बिना यात्रियों के खाली चल रही है वंदे भारत? कांग्रेस ने लगाया आरोप, जानें क्या है सच
चुनाव से पहले केंद्र की बीजेपी सरकार और विपक्षी दलों के बीच जुबानी जंग जारी है. जहां कांग्रेस लगातार विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है, वहीं इस बार कांग्रेस ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को लेकर सवाल उठाया है.
चुनाव से पहले केंद्र की बीजेपी सरकार और विपक्षी दलों के बीच जुबानी जंग जारी है. जहां कांग्रेस लगातार विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है, वहीं इस बार कांग्रेस ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को लेकर सवाल उठाया है. कांग्रेस ने कहा कि ज्यादातर ट्रेनें खाली चल रही हैं क्योंकि वंदे भारत किराया बढ़ा रहा है. कांग्रेस ने कहा कि वंदे भारत की 50 फीसदी ट्रेनें कम यात्रियों के साथ या पूरी तरह खाली चल रही हैं. उस वक्त केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर कांग्रेस को जवाबी जवाब दिया. केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि कांग्रेस ने वंदे भारत ट्रेन की खाली सीटों को लेकर गलत बयानी कर देश की जनता को गुमराह किया है. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यही समय है जब कांग्रेस के झूठ को बेनकाब किया जाना चाहिए.
रेल मंत्री ने दिया जवाब
कांग्रेस के इन आरोपों का जवाब देने के लिए खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सामने आए हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसका जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस के झूठ का बुलबुला फूटने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि 7 मई 2024 को वंदे भारत ट्रेनों में ऑक्यूपेंसी 98 थी. वहीं, वित्त वर्ष 2024-25 में वंदे भारत ट्रेनों में ऑक्यूपेंसी 103 फीसदी रही. रेल मंत्री ने कहा कि क्या कांग्रेस वंदे भारत ट्रेनों को बंद करना चाहती है?
Its time to prick the bubble of Congress lies.
— Ashwini Vaishnaw (मोदी का परिवार) (@AshwiniVaishnaw) May 9, 2024
Occupancy of Vande Bharat trains on 7th May is 98%.
Occupancy in FY 2024-25 (till 7th May) is 103%.
Does Congress want Vande Bharat to stop? pic.twitter.com/zihu2GwpfR
रेल मंत्रालय ने पेश किये आंकड़े
इससे पहले रेल मंत्रालय ने एक आरटीआई जवाब में कहा था कि पिछले 10 वर्षों में रेलवे ने औसतन 7.41 किमी ट्रैक बिछाया है, जिसमें नई लाइनें और मौजूदा लाइनों का गेज परिवर्तन शामिल है. रेल मंत्रालय के अनुसार, 2014-2024 के बीच 10 वर्षों में कुल 27057.7 किलोमीटर रेलवे ट्रैक बिछाया गया है, जिसमें नई लाइनों का निर्माण, मौजूदा लाइनों का दोहरीकरण और तिहराकरण और मीटर गेज से ब्रॉड गेज में गेज परिवर्तन शामिल है.
कांग्रेस ने बुलेट ट्रेन पर भी सवाल उठाए
अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन भी बिना किसी से सलाह लिए एक व्यक्ति की मनमर्जी से बनाई जा रही है. शुरुआत में इसका बजट 1.1 लाख करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 1.6 लाख करोड़ रुपये हो गया है. वहीं, इसके पूरा होने तक इसके 2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है.