Who is Athar Jamal Lari: लोकसभा चुनाव 2024 में पीएम मोदी एक बार फिर से वाराणसी से चुनाव लड़ने वाले हैं. इससे पहले उन्होंने 2014 में पहली बार चुनाव लड़ा था. इसके बाद 2019 और अब 2024 में भी इसी सीट से चुनाव लड़ेंगे. पीएम मोदी के खिलाफ कई पार्टियों ने अपनी उम्मीदवार भी नहीं उतारे हैं, हालांकि सपा और बसपा ने पीएम मोदी के खिलाफ उम्मदवार को उतारा है. बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट से एक मुस्लिम उम्मीदवार को उतारा है. जिसका नाम अतहर जमाल लारी है. अतहर जमाल भी पहली बार इस सीट से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. बल्कि वो इससे पहले भी वाराणसी से चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि उन्हें अपने सियासी करियर में ज्यादातर नाकामी ही हासिल हुई है. तो चलिए जानते हैं कि अतहर कौन हैं, जो पीएम मोदी के खिलाफ 2024 के चुनाव ताल ठोक रहे हैं.
ज्यादातर चुनावों में मिली हार:
अतहर जमाल लारी 1980 से सियासत में एक्टिव हैं. अतहर ने 5 चुनाव लड़े हैं. इनमें 3 विधानसभा और 2 लोकसभा शामिल हैं. इस चुनाव में बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले अतहर समाजवादी पार्टी से बगावत करके बसपा में आए हैं. 2022 विधानसभा चुनाव से पहले वो समाजवादी पार्टी का हिस्सा बने थे. अतहर जमाल सपा और बसपा के अलावा अपना दल, कौमी एकता दल जैसी छोटी पार्टियों के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. इतना ही नहीं वो मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल की पार्टी से भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. बताया जाता है कि वो मुख्तार अंसारी के करीबियों में शुमार किए जाते थे.
मुख्तार को लेकर क्या बोले:
कहा जाता है कि मुख्तार अंसारी से उनकी नजदीकियां इतनी थी कि वो चाहे जिस पार्टी में रहे उन्होंने कभी मुख्तार अंसारी के खिलाफ मोर्चा नहीं खोला. यहां यह बात भी काबिले जिक्र है कि मुख्तार अंसारी खुद भी इस सीट से एक बार चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि उन्हें भी शिकस्त का सामना करना पड़ा था. मुख्तार अंसारी को लेकर अतहर कहते हैं कि वो एक मसीहा थे. एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए अतहर ने कहा,"मुख्तार अंसारी गुंडे बदमाशों के खिलाफ लड़ते थे और फिर गरीबों के लिए मसीहा बनते थे." अतहर कहते हैं कि मुख्तार अंसारी गरीबों को सताने वाले को मरोड़ने का काम करते थे.
अपनी जीत को लेकर क्या बोले अतहर:
पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी के दंगल से ताल ठोकने वाले अतहर का कहना है कि वो इस चुनाव विजयी बनकर उभरेंगे. ना सिर्फ पीएम मोदी बल्कि इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार अजय राय को भी शिकस्त देने की बात कर रहे हैं. उनका कहना है कि विपक्षी इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार अजय राय की जमानत जब्त हो जाएगी. क्योंकि उन्हें मुस्लिम वोटर्स के साथ-साथ केंद्र सरकार से नाराज चलने वाले लोगों को समर्थन हासिल है.
First Updated : Thursday, 18 April 2024