इटावा में पति के खिलाफ पत्नी ने दाखिल किया नामांकन, चुनावी मैदान में उतरी मृदुला कठेरिया
Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद राजनीतिक दलों के बीच हलचल और तेज हो गई है. इस बीच इटावा में भाजपा मौजूदा सांसद व प्रत्याशी रामशंकर कठेरिया की पत्नी मृदुला कठेरिया ने नामांकन दाखिल कर चुनावी सरगर्मियों को और बढ़ा दिया है.
Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद राजनीतिक दलों के बीच हलचल और तेज हो गई है. इस बीच इटावा में भाजपा मौजूदा सांसद व प्रत्याशी रामशंकर कठेरिया की पत्नी मृदुला कठेरिया ने नामांकन दाखिल कर चुनावी सरगर्मियों को और बढ़ा दिया है. उन्होंने इस बार अपने ही पति के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है. मृदुला कठेरिया ने लोकसभा 41 निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव का नामांकन किया है. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 25 अप्रैल है.
बता दें, कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी मृदुला कठेरिया ने निर्दलीय नामांकन किया था, लेकिन उस समय उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया था, लेकिन इस बार मृदुला ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को आजादी है और महिलाओं को भी अधिकार मिलने चाहिए. मृदुला कठेरिया के अपने पति के खिलाफ नामांकन दाखिल करने के बाद इटावा की जनता के बीच चर्चा शुरू हो गई है कि आखिर पति के दावेदारी के बाद पत्नी ने क्यों नामांकन दाखिल किया है.
नामांकन दाखिल करने के बाद क्या बोली मृदुला कठेरिया?
अपने पति रामशंकर कठेरिया के खिलाफ नामांकन दाखिल करने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी मृदुला कठेरिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज हमने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया है. हमने ये नामांकन वापस लेने के लिए नहीं किया है. इस बार मजबूती से चुनाव लड़ेंगे. मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मृदुला कठेरिया कहा कि हम महिला हैं तो इसलिए आप ऐसी बात कर रहे हैं. यह जनतंत्र, प्रजातंत्र है यहां सभी स्वतंत्र हैं चुनाव लड़ने का यह हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है. और महिलाओं के लिए अगर ऐसी बात करेंगे तो कैसे काम चलेगा.
मैं अपने पति के साथ नहीं हूं, मैं उनके खिलाफ चुनाव लडूंगी. हम चुनाव लड़ रहे हैं वह मेरे खिलाफ या हम उनके खिलाफ इसमें कोई बात ही नहीं है, बस हम चुनाव मैदान में उतरे हैं. आप लोग इसको कुछ भी मानते रहिए लेकिन हम चुनाव लड़ रहे हैं