Raveena Tandon: रवीना टंडन ने अपने साथ हुए शारीरिक शोषण का किया खुलासा
रवीना टंडन की मानें तो टीनेज में उन्हें भी लोकल ट्रेन और बसों में छेड़खानी का सामना करना पड़ा है। एक्ट्रेस ने यह खुलासा हाल ही में एक ट्रोलर को जवाब देते हुए किया
रवीना टंडन की मानें तो टीनेज में उन्हें भी लोकल ट्रेन और बसों में छेड़खानी का सामना करना पड़ा है। एक्ट्रेस ने यह खुलासा हाल ही में एक ट्रोलर को जवाब देते हुए किया। दरअसल, पिछले दिनों महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मेट्रो 3कार शेड को वापस आरे के जंगलों में शिफ्ट करने का फैसला लिया है, जिसका जमकर विरोध हो रहा है। रवीना ने भी इस फैसले का विरोध किया है। इसी बात पर एक सोशल मीडिया यूजर ने दीया मिर्जा और रवीना टंडन को टैग करते हुए पूछा था कि क्या अभिजात वर्ग मध्यमवर्गीय मुंबईकरों के संघर्ष को जानता है। जवाब में रवीना ने ट्वीट्स की झड़ी लगा दी।
रवीना ने पहले ट्वीट में लिखा, "किशोरावस्था में लोकल/बसों में सफ़र किया है। मेरे साथ छेड़खानी हुई, चुटकी ली गई। वह सबकुछ हुआ, जिससे ज्यादातर महिलाएं गुजरती हैं। मेरी पहली कार 1992 में आई थी। विकास का स्वागत है। हमें सिर्फ एक प्रोजेक्ट के लिए नहीं, बल्कि जहां भी वन्यजीवों और पार्यावरण को सुरक्षा प्रदान करने वाले जंगलों को हम काट रहे हैं, उसके लिए जिम्मेदार होना होगा।"
जब एक सोशल मीडिया यूजर ने रवीना से पूछा कि उन्होंने मुंबई लोकल में कब सफर किया है तो उन्होंने जवाब दिया, "1991 तक मैंने ऐसे ही सफ़र किया है। एक लड़की होने के नाते आप जैसे बिना नाम वाले ट्रोलर्स ने मेरा शारीरिक शोषण किया है। काम शुरू करने से पहले मैंने सफलता देखी और अपनी पहली कार खरीदी। ट्रोल जी, नागपुर के हो। हरा-भरा है आपका शहर। खुशकिस्मत हो। किसी की सफलता और कमाई के बारे में चिंता न करें।"
रवीना ने आगे लिखा है, "सभी की जिंदगी गुलाबों की सेज नहीं होती। सभी ने कहीं न कहीं पहुंचने के लिए संघर्ष किया है। मुझे यकीन है कि आपके पास भी घर/कार होंगे। जब लू/बाढ़/प्राकृतिक आपदाएं आएंगी तो उनका असर सबसे पहले आम आदमी पर पड़ेगा। अभिजात वर्ग सबसे पहले अपने स्विस शैलेट में भागेंगे।" वर्क फ्रंट की बात करें तो रवीना टंडन को पिछली बार डायरेक्टर प्रशांत नील की फिल्म 'KGF Chapter 2' में देखा गया था, जिसने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ सफलता हासिल की। उनकी अगली फिल्म 'घुड़चड़ी' है, जिसमें संजय दत्त और पार्थ समथान की भी महत्वपूर्ण भूमिका है।