फिल्म में स्टार किड और मिस वर्ल्ड... फिर भी 1999 की यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रही फ्लॉप
आ अब लौट चलें फिल्म को ऋषि कपूर की सबसे कमजोर फिल्मों में से एक माना गया, जबकि इसमें एक स्टार किड और एक मिस वर्ल्ड मुख्य भूमिका में थे. बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की असफलता के कारण जानने के लिए आगे पढ़ें.

बॉलीवुड की दुनिया में जहां बड़े सितारों की मौजूदगी फिल्म को हिट बनाने में अहम भूमिका निभाती है, वहीं कभी-कभी ऐसे उदाहरण भी सामने आते हैं, जब स्टार पावर भी फिल्म की सफलता को सुनिश्चित नहीं कर पाती. ऐसा ही एक अप्रत्याशित मामला था फिल्म आ अब लौट चलें (1999) का, जिसमें बॉलीवुड के दो बड़े सितारे, ऋषि कपूर और ऐश्वर्या राय, एक स्टार किड के साथ नजर आए. इस फिल्म से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन परिणाम दर्शकों और आलोचकों को निराश करने वाले साबित हुए.
ऋषि कपूर ने बतौर अभिनेता बॉलीवुड में नाम कमाया
ऋषि कपूर, ने कई सालों तक बतौर अभिनेता बॉलीवुड में नाम कमाया. उनका फिल्मी करियर 1970 के दशक की हिट फिल्म बॉबी से शुरू हुआ था और वह एक बड़े स्टार के तौर पर पहचाने जाते थे. उनके निर्देशक बनने से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन फिल्म इन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई.
ऐश्वर्या राय उस वक्त की प्रमुख नायिका थीं. फिल्म में अक्षय खन्ना भी मुख्य भूमिका में थे. उनके साथ काम करने की उम्मीदें बहुत अधिक थीं, लेकिन न तो उनकी स्टार पावर और न ही उनका आकर्षण फिल्म को बचा सका. अक्षय खन्ना की नाटकीय एक्टिंग और गहरे भावनात्मक स्पेक्ट्रम की कमी के कारण आलोचनाओं का सामना करना पड़ा और उनकी एक्टिंग को ओवरएक्टिंग करार दिया गया.
दर्शकों को प्रभावित करने में असफल रही फिल्म
फिल्म की कहानी दर्शकों को प्रभावित करने में असफल रही, जबकि संगीत भी खास असर नहीं छोड़ सका. स्टार कास्ट के बावजूद फिल्म में भावनात्मक जटिलताएं और गहराई की कमी महसूस हुई. आ अब लौट चलें को उसके वादों के बावजूद एक बड़ी फ्लॉप माना गया.
ऋषि कपूर के लिए यह एक और दुखद सच था, क्योंकि यह उनके निर्देशन का पहला और आखिरी प्रयास था. इस असफलता ने उन्हें इतना निराश किया कि उन्होंने फिर कभी निर्देशन में हाथ नहीं आजमाया. आलोचकों और दर्शकों का मानना था कि फिल्म की असफलता की वजह केवल प्रतिभा की कमी नहीं, बल्कि उम्मीदों और वास्तविकता के बीच का अंतर था.
आज, आ अब लौट चलें यह दर्शाता है कि बड़े नाम और सितारे भी फिल्म को सफलता दिलाने में कभी-कभी नाकाम हो सकते हैं. यह ऋषि कपूर के शानदार करियर का एक दुर्लभ गलत कदम था, जो भारतीय सिनेमा के सफर में एक छोटी सी विफलता के रूप में सामने आया.