Ajmer 92 Story Controversy: ‘अजमेर 92’ (Ajmer 92) फिल्म के प्रति विवादों का सिलसिला 'द केरला स्टोरी' के ट्रेलर के साथ ही शुरू हुआ था, इस फिल्म को भी 'द केरला स्टोरी' की तरह कंट्रोवर्सी ने घेर लिया है।
‘अजमेर 92’ (Ajmer 92) फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज होने को तैयार है लेकिन इससे पहले ही चारों तरफ विवाद होता दिखाई दे रहा है। यह फिल्म अजमेर कांड पर आधारित है, जिसमें सालों पहले 100 से अधिक जवान लड़कियों के साथ सामूहिक बलात्कार कर उन्हें ब्लैकमेल करने का दृश्य दिखाया गया है। फिल्म मेकर्स ने दावा किया है कि यह फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है, इस फिल्म में अजमेर कांड के कई ऐसे दृश्य दिखाए गए हैं जो आपका दिल दहला देगा।
इस फिल्म (Ajmer 92 ) के पोस्टर पर अखबार के कुछ पन्ने नजर आ रहे हैं, जिस पर लिखी लाइनें रुह कपां देने वाली है। अखबार के इन पन्नों पर कई हेडलाइन नजर आ रही है जो देश के सबसे बड़े सामूहिक बलात्कार की घटना की क्रूरता को बयां कर रहे हैं। फिल्म के पोस्टर पर लिखा है, ‘आत्मा हत्या नहीं बल्कि हत्या है, और इसके पीछे शहर के बड़े लोगों का हाथ है, 250 कॉलेज गर्ल हुई शिकार बटने लगी न्यूड फोटो, एक के बाद एक सुसाइड से उठा पर्दा, 28 परिवार रातोंरात हुए लापाता’।
फिल्म ‘अजमेर 92’ (Ajmer 92) 100 स्कूली और कॉलेज लड़कियों से गैंग रेप की कहानी पर बनाई गई है। हालांकि रिलीज से पहले ही फिल्म को लेकर अजमेर में बवाल मचना शुरु हो गया है। बताया जाता है कि 1992 की अजमेर घटना में सबसे ज्यादा आरोपी मुस्लिम समुदाय से थे। रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक इनमें से कई लड़कियों ने सुसाइड कर लिया था और कई लड़कियों को परिवार समेत लापता होना पड़ा था।
आपको बता दें कि इस फिल्म को बैन करने की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरु हो चुका है, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ये फिल्म समाज को बांटने और जातिवाद पैदा करने का काम केरगी। फिल्म ‘अजमेर 92’ को 14 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी। इस फिल्म की कहानी उस समय की है जब 1992 में अजमेर कांड में दरगाह के खादिम फारूक चिश्ती को 100 लड़कियों से रेप का दोषी पाया गया था। First Updated : Wednesday, 07 June 2023