Allu Arjun से भगदड़ मामले में पूछताछ, पुलिस के सामने दिया बयान
Allu Arjun Stampede case: हैदराबाद के संध्या थिएटर भगदड़ मामले में अभिनेता अल्लू अर्जुन को मंगलवार को पुलिस के सामने पेश होने के लिए नोटिस जारी किया गया था. यह नोटिस थिएटर में घटी घटनाओं का वीडियो जारी होने के एक दिन बाद जारी किया गया था.
Allu Arjun Stampede case: साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. 'पुष्पा 2' की स्क्रीनिंग के दौरान मची भगदड़ के मामले में मंगलवार को उन्हें पुलिस के सामने पेश होने का नोटिस भेजा गया था. अल्लू अर्जुन मंगलवार सुबह 11 बजे पुलिस थाने पहुंचे, जहां उनका बयान दर्ज किया गया. इस दौरान उनके साथ कड़ी सुरक्षा भी थी.
पुलिस इंस्पेक्टर राजू नाइक ने बताया कि अल्लू अर्जुन को पुलिस ने पेश होने के लिए कहा था, और सुपरस्टार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वह इस मामले में पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे.
वीडियो जारी होने के बाद दिया नोटिस
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चिक्कड़पल्ली पुलिस ने अल्लू अर्जुन को नोटिस पुलिस आयुक्त सी.वी. आनंद द्वारा संध्या थिएटर में घटी घटना का वीडियो जारी करने के एक दिन बाद भेजा था. 'पुष्पा 2' की स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ मचने से 35 साल की महिला की मौत हो गई थी, जबकि उसका बेटा घायल हो गया था. इस घटना के बाद पुलिस ने मृतक महिला के परिवार की शिकायत के आधार पर अल्लू अर्जुन, उनकी सुरक्षा टीम और थिएटर प्रबंधक के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
क्या है पूरा मामला?
'पुष्पा 2' 5 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी, लेकिन इससे एक दिन पहले 4 दिसंबर को संध्या थिएटर में फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी. इस दौरान अल्लू अर्जुन भी वहां पहुंचे थे. स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ मच गई, जिससे एक महिला की मौत हो गई और उसका बेटा घायल हो गया.
इस घटना के बाद अल्लू अर्जुन को 13 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. अगले दिन 14 दिसंबर को उन्हें 50,000 रुपये के निजी मुचलके पर 4 हफ्ते के लिए अंतरिम जमानत मिल गई थी.
अल्लू अर्जुन के घर के बाहर नारेबाजी
रविवार को मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ लोग अल्लू अर्जुन के जुबली हिल्स स्थित घर के बाहर पहुंचे थे. उनके हाथों में तख्तियां थीं और वे नारेबाजी करने लगे. साथ ही, उन्होंने घर के बाहर टमाटर भी फेंके. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस घटना के बाद उस्मानिया यूनिवर्सिटी ज्वाइंट एक्शन कमेटी के 6 सदस्यों के खिलाफ तोड़फोड़ करने का मामला दर्ज किया गया है.