एमी पंजाब के टॉप सिंगर्स में से एक माने जाते हैं, एक दौर ऐसा भी था जब म्यूजिक कंपनी का चपरासी भी उनके गाने सुनने के लिए तैयार नहीं होता था।
एमी बचपन में सपने देखते थे कि वह क्रिकेटर बन जाएं या फिर मसहूर सिंगर, यह बात तब की है जब एमी दूसरी या तीसरे कक्षा में पढ़ते थे।
हालांकि वह क्रिकेटर तो नहीं बन सके, लेकिन पंजाब के मसहूर सिंगर बन चुके हैं, लेकिन एमी का यहां तक का सफर काफी मुश्किलों का सामना करने के बाद आया ।
एमी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा है कि जब मैं सिंगर बनना चाहता था तो म्यूजिक कंपनी के बाहर बैठा चपरासी भी मुझे भगा दिया करता था।
एमी के दिल में सिंगर बनने का शौक इस कदर सवार था कि उन्होंने दूसरी कक्षा में ही एक गाना याद कर लिया था। घर आने वाले महमान उनसे गाने सुनने थे। इस तरह का सिलसिला कक्षा 10वीं तक चला।