Deepika Padukone Birthday: दीपिका पादुकोण का जन्म 5 जनवरी 1986 को डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में हुआ था. उनके पिता प्रकाश पदुकोण एक मशहूर बैडमिंटन खिलाड़ी थे, जबकि उनकी मां उज्ज्वला पदुकोण एक ट्रैवल एजेंट थीं. दीपिका ने अपने करियर की शुरुआत महज नौ साल की उम्र में मॉडलिंग से की और विज्ञापन फिल्मों का हिस्सा बनने लगीं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मॉडलिंग में करियर बनाने के लिए दीपिका ने अपनी पढ़ाई तक छोड़ दी थी. लेकिन उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया जिसमें वो अपना जीवन खत्म करने की सोचने लगी थीं.
दीपिका बहुत ही कम समय में बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाकर लाखों लोगों के दिलों पर राज कर रही हैं. पद्मावती में दीपिका पादुकोण ने अपनी दमदार एक्टिंग से हर उम्र के लोगों को दीवाना बना लिया था. शाहरुख खान की फिल्में देखकर बड़ी हुईं दीपिका ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन उन्हें शाहरुख के साथ मुख्य नायिका के रूप में काम करने का मौका मिलेगा. दीपिका ने हिंदी फिल्मों में अपने करियर की शुरुआत ओम शांति ओम से की और उसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. लेकिन इसी बीच उनको एक खतरनाक बीमारी हो गई थी जिसके बाद उन्होंने जीने की इच्छा छोड़ दी थी.
ओम शांति ओम से फिल्मों की दुनिया में कदम रखने वाली 'डिंपल गर्ल' ने भारतीय सिनेमा में एक लंबा सफर तय किया है. लेकिन 2015 में उनके लिए सबसे ज्यादा खतरनाक रहा. इस दौरान वो अपनी जिंदगी के सबसे बुरे दौर से गुजर रही थीं. 2015 में दीपिका पादुकोण ने डिप्रेशन से अपनी लड़ाई के बारे में खुलासा किया था, लेकिन लोग उनके डिप्रेशन को फिल्म प्रमोशन समझ रहे थे. टीओआई के मुताबिक, उन्होंने ये बात पिछले साल डचेस ऑफ ससेक्स मेघन मार्कल के पॉडकास्ट पर कही थी. दीपिका ने न सिर्फ डिप्रेशन को सफलतापूर्वक हराया.
दीपिका पादुकोण ने डिप्रेशन के बारे में खुलकर बात की थी उन्होंने इस बात को स्वीकारा कि वो अपने परिवार के सामने हमेशा खुश रहने का नाटक करती थीं. जब उनसे पूछा गया कि आपको कैसे पता कि आपको ये बीमारी है? उसपर उन्होंने अपने अंदहर हो रहे बदलावों के बारे में बताया. दीपिका का कहना था कि उनको खुद के अंदर एक खालीपन सा महसूस होता था, किसी से मिलने का मन नहीं करता था, यहां तक के काम करने की इच्छा भी खत्म हो गई थी. लास्ट में उनको लगता था कि वो जीना ही छोड़ दें.
दीपिका पादुकोण ने बताया कि 'मैं अपने करियर के चरम पर थी, सब कुछ ठीक चल रहा था, इसलिए कोई स्पष्ट कारण नहीं था कि मैं ऐसा क्यों महसूस कर रही थी. उस वक्त मैं टूटा हुआ महसूस कर रही थी, मुझे पूरा दिन सोने का मन कर रहा था.' मुझे लगता है कि अगर मैं आत्महत्या कर लूं तो मुझे इन सब से छुटकारा मिल जाएगा.' मेरे माता-पिता बैंगलोर में रहते हैं और जब भी वे मुझसे मिलने आते, मैं सामान्य व्यवहार करती जैसे कि कुछ हुआ ही न हो.
'एक दिन जब मेरे माता-पिता बेंगलुरु जा रहे थे तब अचानक मेरी तबीयत खराब हो गई, मेरी मां पूछने लगीं कि तुम्हें क्या हुआ है, क्या यह तुम्हारे बॉयफ्रेंड की वजह से है या तुम्हारी प्रोफेशनल लाइफ में कुछ हुआ है. मेरे पास कोई उत्तर नहीं था क्योंकि यह इनमें से कुछ भी नहीं था. लेकिन मेरी मां समझ गईं कि मैं परेशान हूं.
जब दीपिका डिप्रेशन का शिकार हो गई थीं, तो उसके बाद उन्होंने लाइव लाफ लव फाउंडेशन की स्थापना की. जहां डिप्रेशन से पीड़ित लोगों का इलाज किया जाता है. दीपिका कभी भी दूसरों की मदद करने से पीछे नहीं हटती हैं. First Updated : Friday, 05 January 2024