सलमान खान की EX-गर्लफ्रेंड सोमी अली पर जानलेवा हमला, हाथ हुआ फ्रैक्चर
सलमान खान की एक्स गर्लफ्रेंड सोमी अली को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. जानकारी के मुताबिक एक्ट्रेस पर जानलेवा हमला हुआ है जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गईं. उन्होंने खुद इस घटना के बारे में खुद जानकारी दी हैं. एक्ट्रेस ने बताया कि उन पर तस्करों ने हमला किया, जिससे उनके हाथ में हेयरलाइन फ्रैक्चर हो गया और कई चोटें भी आईं.
सलमान खान की एक्स गर्लफ्रेंड सोमी अली पर जानलेवा हमला होने की खबर सामने आई है. जानकारी के मुताबिक यह हमला उस समय हुआ जब सोमी मानव तस्करी के शिकार एक महिला को बचाने की कोशिश कर रही थी. इस हादसे में सोमी के हाथ में फ्रैक्चर हो गया और उन्हें कई अन्य चोटें भी आईं. उन्होंने खुद इस बारे में जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस चोट के कारण उन्हें अब डॉक्टर ने 8 हफ्ते के बेड रेस्ट की सलाह दी है.
मानव तस्करी के खिलाफ जंग में लगी सोमी अली
48 वर्षीय सोमी अली आजकल मानव तस्करी के शिकार लोगों को बचाने के काम में जुटी हैं और इस मिशन के तहत वे पुलिस के साथ मिलकर भी काम करती हैं. घटना के बारे में सोमी ने बताया कि वो कार में थीं और उन्हें बाहर आने की इजाजत नहीं थी जब तक कि पीड़ित को सुरक्षित बाहर नहीं निकाला जाता. लेकिन अचानक तस्करों ने उन पर हमला कर दिया. उन्होंने कहा कि वो कार के बाहर तस्करों का इंतजार कर रही थीं, तभी तस्करों ने उनका बायां हाथ पकड़कर जोर से मरोड़ दिया, जिससे उनके हाथ में फ्रैक्चर हो गया.
दर्द में तड़प रही हैं सोमी अली
हमले के बाद सोमी को गंभीर दर्द का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, “जब मैं पीड़िता को बचाने के लिए कार से बाहर निकली, तभी तस्करों में से एक ने मेरा हाथ पकड़ लिया और उसे इतनी जोर से मरोड़ा कि मैं दर्द में चीख पड़ी. शुक्र है कि मुझे सिर्फ हेयरलाइन फ्रैक्चर हुआ, लेकिन इस चोट से मैं बहुत दर्द में हूं और बिस्तर पर पड़ी हूं.”
डॉक्टर ने दी लंबी बेड रेस्ट की सलाह
चोटिल सोमी अली को डॉक्टरों ने 6 से 8 हफ्ते तक बेड रेस्ट की सलाह दी है. उनके हाथ में सूजन भी है और डॉक्टरों ने उन्हें हाथ पर प्लास्टर लगाए रखने को कहा है. इस चोट के चलते सोमी किसी से हाथ भी नहीं मिला पा रही हैं.सोमी अली अपने इस साहसी कदम के बावजूद मानव तस्करी के खिलाफ अपने संघर्ष को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उनका कहना है कि उन्हें इंसानियत की रक्षा के लिए तस्करी के खिलाफ इस लड़ाई में ऐसे जोखिम उठाने में कोई संकोच नहीं है.