These Films Based On 'taboo' Themes: क्या आप यह जानते हैं कि इससे पहले भी टैबू सब्जेक्ट्स पर कई ऐसी फ़िल्में बनी हैं जो समाज की सच्चाई को एक मज़ाकिया अंदाज़ में प्रस्तुत करने की कोशिश की थी. इस तरह की फिल्मों को कई कॉन्ट्रोवर्सी का सामना करना पड़ा था.
फिल्म पैडमैन में अक्षय कुमार ने समाज को पीरियड्स को लेकर एकटैबू को उठाया था, जिस विषय को आज भी कई जगहों पर बता करना गलत माना जाता है.
आयुष्मान खुराना की फिल्म ' विक्की डोनर' में स्पर्म सोनेशन और इंफर्टिलिटी के बारे में जानकारी दी है. जो IVF की एक सच्चाई को बयां करती है. इस बारे में बात करने से समाज में लोग काफी कतराते हैं.
फिल्म 'थप्पड़' में तापसी पन्नू स्टारर ने घरेलु हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई है. जिसके बारे में लोग कई सालों से कोई बात नहीं करना चाहता और उस बात को एक आम बात की नज़र से देखा जाता है.
फिल्म 'शुभ मंगल सावधान' में आयुष्मान खुराना और घूमी पेडनेकर ने एक बेहतरीन एक्टिंग के साथ समाज के उन अनकहे किस्सों को बयां करने की जी जान से कोशिश की है जिसको लोग कहने से या तो डरते हैं या झिझकते हैं.
फिल्म 'सलाम नमस्ते' में शादी से पहले सेक्स और प्रेग्नेंसी के इस मुद्दे को लेकर बताया गया है, और लोगों को एक सीख देता है लेकिन यह आज भी एक मेजर टैबू है.