मुझे जबरन दिखाया! '3 लड़कियां और वो.., कमरे में और भी लोग..', फिल्ममेकर पर एक्ट्रेस का आरोप
Malyalam Industry: पूर्व अभिनेत्री मीनू मुनीर ने निर्देशक बालचंद्र मेनन पर यौन क्रिया देखने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने कई अन्य कलाकारों पर भी दुर्व्यवहार का आरोप लगाया. मीनू के खुलासे ने इंडस्ट्री में हड़कंप मचा दिया है और जांच शुरू हो गई है. उनके बयान और घटनाक्रम ने इस मुद्दे को और गंभीरता से लेने का संकेत दिया है. क्या यह इंडस्ट्री में बदलाव की शुरुआत है? पूरी कहानी जानने के लिए पढ़ें.
Malyalam Industry: हाल के दिनों में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न के आरोपों का एक नया दौर शुरू हुआ है. पूर्व अभिनेत्री मीनू मुनीर ने प्रसिद्ध निर्देशक और अभिनेता बालचंद्र मेनन पर गंभीर आरोप लगाया है कि उन्होंने उन्हें 2007 में यौन क्रिया देखने के लिए मजबूर किया. इस मामले में मीनू ने पहले भी जयसूर्या सहित अन्य सात लोगों पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था.
मीनू मुनीर ने एक साक्षात्कार में खुलासा किया कि बालचंद्र मेनन ने उन्हें अपने कमरे में समूह सेक्स देखने के लिए कहा. 'वहां कुछ अन्य लोग भी थे और मुझे बैठने और देखने के लिए कहा गया,' उन्होंने बताया. मीनू के इन आरोपों के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है जिससे यह साफ हो गया है कि अब ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है.
मुख्यमंत्री की बातों ने मीनू को प्रेरित किया
अपनी यात्रा के दौरान, मीनू ने कहा कि इंडस्ट्री में उनके सपने अब दुःस्वप्न बन गए हैं. उन्होंने कहा, 'यह (हेमा समिति की रिपोर्ट) केवल इंडस्ट्री ही नहीं, बल्कि हमारे समाज की सफाई के लिए भी महत्वपूर्ण है.' मीनू ने यह भी कहा कि उन्हें कई लोगों से समझौता करने के लिए कॉल आए हैं, जिनमें से एक ने पैसे की पेशकश की.
POCSO मामले का सामना कर रही मीनू
हालांकि, मीनू अब अपने खिलाफ लगे POCSO मामले का सामना कर रही हैं जो उनकी चचेरी बहन की शिकायत पर आधारित है. मीनू ने कहा कि यह बदला लेने की कोशिश है क्योंकि उन्होंने अपनी बहन को इंडस्ट्री में मदद नहीं की.
एडावेला बाबू की गिरफ्तारी से स्थिति और गंभीर
हाल ही में, 25 सितंबर को अभिनेता एडावेला बाबू को भी मीनू द्वारा लगाए गए आरोपों के कारण गिरफ्तार किया गया. इस घटना ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में चल रहे मुद्दों को और उजागर किया है. कई प्रमुख हस्तियों ने अपनी बेगुनाही का दावा किया है, लेकिन मीनू के आरोपों के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि अब ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी.
इस पूरी स्थिति ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या मलयालम फिल्म इंडस्ट्री अब अपनी छवि को सुधारने की दिशा में कदम उठाएगी? मीनू जैसे व्यक्तियों की हिम्मत से कई अन्य महिलाएं भी आगे आ रही हैं और यह एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत हो सकता है.