अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत ने अपनी पहली निर्देशित फिल्म "इमरजेंसी" को लेकर उठे विवादों पर बात साझा की है. कंगना इस फिल्म में भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभा रही हैं.
कंगना ने बताया कि फिल्म की रिलीज में देरी ने उन्हें भयभीत कर दिया था. खासकर तब जब केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने फिल्म को प्रमाणित करने में महीनों की देरी की। कंगना ने स्वीकार किया, "मुझे डर था कि सिनेमाघरों में इसे रिलीज करना गलत निर्णय था. मुझे लगता था कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर इसे रिलीज करना बेहतर होगा, क्योंकि वहां मुझे सेंसरशिप का सामना नहीं करना पड़ता और न ही किसी काट-छांट की चिंता होती. मुझे डर था कि मेरी फिल्म में कुछ दृश्य हटा दिए जाएंगे."
क्या कहा कंगना ने?
कंगना ने आगे कहा कि उन्होंने फिल्म के निर्देशन को लेकर हल्के में लिया था. उन्होंने सोचा कि भाजपा के केंद्र में होने के कारण उनकी फिल्म को कोई खतरा नहीं होगा. उन्होंने आगे बताया कि, "मुझे लगा कि मैंने कई गलत निर्णय लिए हैं. पहला यह कि मैंने फिल्म का निर्देशन करने का निर्णय लिया. मैं यह सोच रही थी कि चूंकि कांग्रेस सत्ता में नहीं है, तो मेरी फिल्म को कोई नुकसान नहीं होगा. लेकिन जब मैंने आपातकाल का विषय चुना, तो मुझे यह महसूस हुआ कि यह इतना सरल नहीं था."
सेंसर बोर्ड द्वारा कुछ दृश्यों में बदलाव के सुझावों को लेकर कंगना ने कहा कि फिल्म का अंतिम संस्करण थोड़ी संपादित हुई है. उन्होंने कहा कि, "हम सरकारी निकायों का सम्मान करते हैं और उनके साथ सहयोग किया. हमें कुछ बदलाव करने पड़े, लेकिन ऐसा नहीं है कि ये तथ्यात्मक रूप से गलत थे. यह सिर्फ इसलिए था कि हम किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते थे. हमने सभी आवश्यक दस्तावेज़ और प्रमाण जुटाए और इतिहासकारों ने भी फिल्म की जांच की, जिसमें उन्हें कोई आपत्ति नहीं थी."
17 जनवरी को रिलीज होगी फिल्म
कंगना की फिल्म "इमरजेंसी" 1975 में इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के घटनाक्रम पर आधारित है. इस फिल्म में कंगना के साथ अनुपम खेर और श्रेयस तलपड़े भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं. यह फिल्म 17 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होगी.
First Updated : Thursday, 09 January 2025