कुणाल कामरा की बढ़ी मुश्किलें, कॉमेडियन के खिलाफ मुंबई में तीन एफआईआर दर्ज
मुंबई पुलिस ने कॉमेडियन को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए 31 मार्च तक पेश होने कहा है. शिवसेना विधायक मुरजी पटेल द्वारा खार पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले में कामरा को जारी किया गया यह तीसरा समन है. वह पहले दो समन में पुलिस के सामने पेश होने में विफल रहे हैं. बता दें कि कामरा ने डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए अपने 'गद्दार' मजाक से विवाद खड़ा कर दिया.

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर विवादित बयान को लेकर स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ खार पुलिस स्टेशन में तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं. मुंबई पुलिस के अनुसार, एक शिकायत जलगांव शहर के मेयर ने दर्ज कराई थी, जबकि अन्य दो शिकायतें एक होटल व्यवसायी और नासिक के एक व्यवसायी की ओर से आई थीं. मुंबई पुलिस कामरा को पूछताछ के लिए तीन नोटिस जारी कर चुकी है, लेकिन वह अभी तक पेश नहीं हुए हैं.
मद्रास हाईकोर्ट से मिली राहत
इससे पहले, मद्रास हाईकोर्ट ने शुक्रवार को कुणाल कामरा को उनके खिलाफ दर्ज कई एफआईआर के सिलसिले में अंतरिम अग्रिम जमानत दे दी थी. मद्रास हाईकोर्ट ने कामरा को 7 अप्रैल तक सशर्त अग्रिम जमानत दे दी है. कुणाल कामरा ने ट्रांजिट अग्रिम जमानत के लिए मद्रास हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसमें दावा किया गया था कि उन्हें उनकी हालिया व्यंग्यात्मक टिप्पणियों के बाद कई धमकियां मिल रही हैं.
मुंबई पुलिस ने कॉमेडियन को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए 31 मार्च तक पेश होने कहा है. शिवसेना विधायक मुरजी पटेल द्वारा खार पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले में कामरा को जारी किया गया यह तीसरा समन है. वह पहले दो समन में पुलिस के सामने पेश होने में विफल रहे हैं. इससे पहले गुरुवार को कुणाल कामरा ने मेन स्ट्रीम मीडिया की आलोचना की और उस पर सत्तारूढ़ पार्टी के मुखपत्र के रूप में काम करने का आरोप लगाया.
मेनस्ट्रीम मीडिया को भी किया टारगेट
कामरा ने मेन स्ट्रीम मीडिया पर निशाना साधते हुए उसे 'गिद्ध' कहा है. उन्होंने मुद्दों से ध्यान भटकाने में मीडिया की भूमिका के लिए अपनी नाराजगी व्यक्त की. कामरा ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि इस समय मुख्यधारा का मीडिया सत्तारूढ़ पार्टी की गलत संचार शाखा के अलावा कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि वे गिद्ध हैं जो ऐसे मुद्दों पर रिपोर्ट करते हैं जो इस देश के लोगों के लिए मायने नहीं रखते. अगर वे सभी कल से लेकर अनंत काल तक अपनी दुकानें बंद कर दें, तो वे देश, उसके लोगों और अपने बच्चों पर एहसान करेंगे.
हैबिटेट कॉमेडी सेंटर में हुई तोड़फोड़
कामरा ने डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए अपने 'गद्दार' मजाक से विवाद खड़ा कर दिया. कई राजनीतिक नेताओं ने स्टैंड-अप शो के दौरान उनकी टिप्पणियों की निंदा की और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की. विवाद के बाद, एकनाथ शिंदे के शिवसेना युवा समूह, युवा सेना ने हैबिटेट कॉमेडी स्थल पर तोड़फोड़ की, जहां शो फिल्माया गया था.
पहले भी विवादों में रह चुके हैं कामरा
कामरा का भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के साथ कई बार टकराव हो चुका है. कॉमेडियन ने डिप्टी सीएम शिंदे के खिलाफ अपनी विवादित टिप्पणी के लिए माफी मांगने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा है कि पूछताछ और जांच में सहयोग करेंगे. हैबिटेट सेंटर एक मनोरंजन स्थल है, जहां सभी प्रकार के शो होते हैं. मेरी कॉमेडी के लिए हैबिटेट जिम्मेदार नहीं है, न ही इसके पास इस बात पर कोई शक्ति या नियंत्रण है कि मैं क्या कहता हूं या करता हूं. न ही किसी राजनीतिक पार्टी मेरी अभिव्यक्ति की आजादी को रोक सकती है.
कुणाल कामरा ने अपने बयान में कहा कि एक कॉमेडियन के शब्दों के लिए किसी जगह पर हमला करना उतना ही मूर्खतापूर्ण है जितना कि टमाटर ले जा रहे ट्रक को पलटना, क्योंकि आपको बटर चिकन पसंद नहीं आया."
धमकियों पर क्या बोले कामरा?
कुणाल कामरा ने अपने आधिकारिक बयान में राजनीतिक नेताओं द्वारा दी गई धमकियों का भी जवाब दिया. कामरा ने कहा कि 'एक पावरफुल व्यक्ति की कीमत पर मजाक न कर पाने से' उनके अधिकार में कोई बदलाव नहीं आता. उन्होंने कहा कि जहां तक उनकी जानकारी है, यह कानून के खिलाफ नहीं है.
कामरा ने अपने बयान में कहा कि भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के हमारे अधिकार का इस्तेमाल केवल शक्तिशाली और अमीर लोगों की चापलूसी करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए, भले ही आज का मीडिया हमें इसके विपरीत विश्वास दिलाए.जहां तक मुझे पता है, हमारे नेताओं और हमारी राजनीतिक व्यवस्था के सर्कस का मजाक उड़ाना कानून के खिलाफ नहीं है.