TP Madhavan Passay away: मशहूर मलयालम अभिनेता टीपी माधवन का बुधवार को निधन हो गया. वह 88 साल के उम्र में दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह गए. जानकारी के मुताबिक, उन्होंने कोल्लम के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली, जहां उनका इलाज चल रहा था. बता दें कि टीपी माधवन वो शख्सियत थे जिन्होंने 600 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. 1980 और 1990 के दशक में एक्टर मलयालम सिनेमा के जाने माने चेहरे थे.
अपने जीवन के अंतिम दिनों में माधवन को मेमरी लॉस जैसी गंभीर बीमारियों से जूझना पड़ा. वे पठानपुरम के गांधी भवन में रहते थे. उन्हें सिनेमा में उनके योगदान के लिए पहचान के लिए हमेशा सराहना किया जाता है. गांधी भवन में रहते हुए उन्होंने रामू करायत पुरस्कार और प्रेम नजीर पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किए गए.
टीपी माधवन वैसे तो किसी पहचान के मोहताज नहीं है लेकिन आपके जानकारी के लिए बता दें कि माधवन का जन्म तिरुवनंतपुरम में प्रसिद्ध व्याख्याता एनपी पिल्लई और सरस्वती के घर हुआ था. वे वरिष्ठ नाटककार टीएन गोपीनाथन नायर के भतीजे और प्रख्यात भाषाविद् पीके नारायण पिल्लई के पोते हैं. उनके पिता केरल विश्वविद्यालय में डीन थे.
टीपी माधवन ने 40 साल की उम्र में फिल्मों में अभिनय करना शुरू किया था. वो अब तक 600 से ज़्यादा फ़िल्मों में काम कर चुके हैं. वे खलनायक की भूमिकाएं निभाकर फ़िल्म उद्योग में आए थे लेकिन बाद में, उन्होंने कॉमेडी करना भी शुरू कर दिया. फिल्मों में आने से पहले वे भारतीय सेना में चयनित हुए थे. हालांकि, सेलेक्शन के बाद उनका हाथ फ्रैक्चर हो गया जिस वजह से उन्हें सेना छोड़नी पड़ी. First Updated : Wednesday, 09 October 2024