IFFI: 54वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में शामिल हुए नवाजुद्दीन सिद्दीकी, नए अभिनेताओं को दे गए ये सलाह
54th International Film Festival: गोवा में आयोजित भारत के 54वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में गुरुवार, (23 नवंबर) को बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने नए अभिनेताओं को लिए खास सलाह दी.
Nawazuddin Siddiqui In 54th International Film Festival: गोवा में आयोजित भारत के 54वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में गुरुवार, (23 नवंबर) को बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने नए अभिनेताओं को लेकर कहा कि, "अभिनय में जो नए होते हैं उन्हें रिस्क लेने की आज़ादी होती है. युवा प्रतिभा को प्रोत्साहित करना चाहिए क्योंकि वे अलग सोच को लेकर आते हैं.
जब मैंने शुरूआत की थी तब मुझे उसके बारे में नहीं पता था कि नेटफ्लिक्स और OTT प्लेटफॉर्म क्या होता है. जो स्क्रिप्ट और अभिनय था वह चुनौती भरा था. मैंने एक बाहर की सीरिज़ की थी इसके बाद और कोई सीरिज़ नहीं कर पाया लेकिन फिर से मौका मिलेगा तो ज़रूर करूंगा. प्रोजेक्ट चलने और न चलने के पीछे कई कारण होते हैं, हमारा काम अभिनय करना है."
#WATCH गोवा: भारत के 54वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा, "... अभिनय में जो नए होते हैं उन्हें रिस्क लेने की आज़ादी होती है... युवा प्रतिभा को प्रोत्साहित करना चाहिए क्योंकि वे अलग सोच को लेकर आते हैं... जब मैंने शुरूआत की थी तब मुझे… pic.twitter.com/bv3YZP4OCw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 23, 2023
1952 में हुआ था पहला IFFI
गौरतलब है कि IFFI एशिया के सबसे महत्वपूर्ण फिल्म उत्सवों में से एक है, जिसे प्रतिवर्ष गोवा में आयोजित किया जाता है. इस महोत्सव का आयोजन सूचना और प्रसारण मंत्रालय, फिल्म समारोह निदेशालय और गोवा सरकार द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है. इसे पहली बार यह 1952 में आयोजित किया गया था और इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक सिनेमा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करना और दुनियाभर के लेागों को एकजुट कर आपसी सहयोग को बढ़ावा देना है.
मुंबई में हुआ था पहला आयोजन
बता दें कि पहली बार 71 साल पहले इस फिल्म महोत्सव को मुंबई में आयोजित किया था. बाद के वर्षों में इसे कोलकाता, दिल्ली, मद्रास और त्रिवेन्द्रम में भी आयोजित किया गया. फिल्म डिविजन के तत्कालीन मुख्य निर्माता मोहन भावनानी ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के सामने इस महोत्सव को शुरू करने का विचार रखा था, यह उस समय की बात है, जब वह एक राजनीतिक कार्यक्रम के लिए श्रीनगर के दौरे में थे.