Samita Patil Death Anniversary: बेहद दर्दनाक है एक्ट्रेस स्मिता पाटिल की जिंदगी की कहानी, रुला देगी उनकी मौत की सच्चाई
Smita Patil Death Anniversary: फिल्मी दुनिया में अपनी अदाकारी का जलवा बिखेरने वाली एक्ट्रेस स्मिता पाटिल की जिंदगी की कहानी बेहद दर्दनाक है. एक्ट्रेस फिल्मों से ज्यादा अपने पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में थी.
Smita Patil Death
Smita Patil Death Anniversary: बॉलीवुड इंडस्ट्री की लीजेंड एक्ट्रेस स्मिता पाटिल एक बेहतरीन एक्ट्रेस थी. उन्होंने सिल्वर स्क्रीन पर एक से बढ़कर एक किरदार को निभाया जो लोगों को खूब पसंद आया है. एक्ट्रेस की अदाकारी पर दर्शक फिदा हो जाते थे. हालांकि एक्टिंग से ज्यादा वो अपने पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा में रही हैं. तो चलिए आज उनके बर्थ एनिवर्सरी पर उनके बारे में कुछ दिलचस्प बाते जानते हैं.
स्मिता
स्मिता पाटिल ने अपने एक्टिंग करियर में 80 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया था. एक्ट्रेस का जन्म महाराष्ट्र के पुणे में 17 अक्टूबर 1955 में हुआ था. उन्हें बचपन से ही एक्टिंग का खुमार था. बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर स्मिता पाटिल ने थिएटर में काम शुरू कर दिया था.
स्मिता पाटिल
स्मिता पाटिल को उनके फिल्मी करियर के लिए 2 नेशनल अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है. साल 1977 में रिलीज हुई भूमिका और साल 1980 में रिलीज हुई फिल्म चक्र में बेस्ट एक्टिंग के लिए नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.
सिनेमा में कदम
सिनेमा में कदम रखने के कुछ ही सालों बाद स्मिता पाटिल ने अपनी एक्टिंग के दम पर इंडस्ट्री में वो मुकाम हासिल कर लिया जो हर किसी को नहीं मिल पाता. इस दौरान उनकी मुलाकात शादीशुदा एक्टर राज बब्बर से हुई थी जिसके बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई.
स्मिता पाटिल
स्मिता पाटिल और राज बब्बर की पहली मुलकात साल 1982 में भींगी पलकें के सेट पर हुई थी. जिसके बाद पहली नजर में ही दोनों एक दूसरे को दिल बैठे और फिर घर बसाने का फैसला लिया. हालांकि राज बब्बर पहले से शादीशुदा थे और उनके दो बच्चे भी थे. लेकिन बावजूद इसके स्मिता राज के साथ लिव इन में रहने लगी. हालांकि, इस बात से एक्ट्रेस के घरवाले बेहद नाराज थे.
स्मिता पाटिल
स्मिता पाटिल बेहद कम उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया था जो इंडस्ट्री के लिए बेहद शॉकिंग था. बताया जाता है कि, एक्ट्रेस ने मरने से पहले अपने मेकअप आर्टिस्ट से कहा था कि. अंतिम विदाई से पहले उनको दुल्हन की तरह सजाया जाए. वहीं मरने के बाद उनकी आखिरी इच्छा के मुताबिक उनके शव को दुल्हन की तरह सजाया था.