"शक्तिमान: कैसे मुकेश खन्ना ने भारत का पहला सुपरहीरो शो बनाया और हर दिल में अपनी जगह बनाई!"
मुकेश खन्ना, जिनका 'शक्तिमान' शो भारत का पहला सुपरहीरो सीरियल बना, ने हाल ही में इस शो की दिलचस्प शुरुआत और प्रेरणा के बारे में बात की. जानिए कैसे एक सस्पेंस थ्रिलर शो की योजना से 'शक्तिमान' का जन्म हुआ और कैसे जी आई जो जैसे खिलौनों ने मुकेश को भारतीय सुपरहीरो की जरूरत का एहसास कराया. इसके अलावा, इस शो में हास्य और कॉमिक्स को कैसे जोड़ा गया, जानकर आपको हैरानी होगी! इस सीरियल ने न सिर्फ बच्चों को बल्कि बड़े लोगों को भी सुपरहीरो का असली मतलब समझाया. पढ़ें, कैसे 'शक्तिमान' ने भारतीय टेलीविजन पर एक नया इतिहास रचा!
Shaktimaan: आज से करीब तीन दशक पहले, भारतीय टेलीविजन पर एक ऐसा सुपरहीरो आया था जिसने न सिर्फ बच्चों बल्कि बड़ों के दिलों में भी अपनी खास जगह बनाई। जी हां, हम बात कर रहे हैं मुकेश खन्ना के शो 'शक्तिमान' की, जो भारतीय टेलीविजन का पहला सुपरहीरो सीरियल था। यह शो 7 सालों तक दर्शकों को एंटरटेन करता रहा और भारतीय टेलीविजन इतिहास में एक अहम स्थान बना लिया। हाल ही में मुकेश खन्ना ने टीवी9 हिंदी डिजिटल के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में इस शो की कहानी और इसके पीछे की प्रेरणा का खुलासा किया।
'शक्तिमान' की प्रेरणा: एक दिलचस्प शुरुआत
मुकेश खन्ना ने बताया कि 'शक्तिमान' की शुरुआत कुछ यूं हुई थी। वह एक सस्पेंस थ्रिलर सीरीज बनाना चाहते थे, लेकिन उनके राइटर ने अचानक शो को छोड़ दिया। मुकेश ने कहा, “जब मैं फिल्म ‘दर्द-ए-दिल’ कर रहा था, तब मैंने राजश्री प्रोडक्शन को एक कहानी सुनाई थी। यह एक ऐसे सुपरहीरो की कहानी थी जो आकाश से नीचे आता है और सबको बचाता है। हालांकि, राजश्री ने इस पर 10 साल तक कोई शो नहीं बनाया।” फिर एक दिन, मुकेश को दूरदर्शन से कॉल आया, और वे एक नया शो बनाने के लिए तैयार हो गए। लेकिन दुर्भाग्यवश, राइटर ने दूरदर्शन के लिए कहानी सबमिट करने से पहले ही प्रोजेक्ट छोड़ दिया।
'शक्तिमान' का जन्म और G.I. Joe से प्रेरणा
मुकेश खन्ना ने बताया कि जब राइटर के भाग जाने के बाद उन्होंने अपनी पुरानी कहानी फिर से राजश्री प्रोडक्शन को पेश की, तो उन्होंने इसे दूरदर्शन के लिए सबमिट किया। मुकेश ने बताया, "हमने यह कहानी और कॉमिक्स की कुछ चुटकुलों को जोड़कर एक मजेदार कॉम्बिनेशन बनाने का सोचा।" एक दिन, जब मुकेश घर में छोटे बच्चों को जी आई जो (GI Joe) के खिलौनों से खेलते हुए देख रहे थे, तो उन्हें यह ख्याल आया कि हमारे देश में भी कोई ऐसा सुपरहीरो होना चाहिए जो देसी हो, और जनता के बीच एक भरोसा पैदा करे।
कॉमिक्स और कॉमेडी का जोड़
मुकेश खन्ना और उनके साथी दिनकर जानी ने शो में कॉमेडी का तड़का भी डाला। उन्होंने बताया कि जानी को कॉमिक्स बहुत पसंद थीं, और उनके पास ढेर सारी कॉमिक्स थीं। इन्हीं कॉमिक्स से प्रेरित होकर, शो में हास्य भी जोड़ा गया। इसके अलावा, 'शक्तिमान' का टाइटल सॉन्ग भी राइटर ग़ालिब ने लिखा था। इस शो ने न सिर्फ भारतीय टेलीविजन की दुनिया में एक नया मुकाम हासिल किया बल्कि बच्चों के दिलों में एक खास स्थान भी बना लिया।
शक्तिमान का सुपरहीरो होने की यात्रा
मुकेश खन्ना का कहना है कि 'शक्तिमान' के साथ भारतीय टेलीविजन पर एक नया युग शुरू हुआ था। 'शक्तिमान' को देखकर बच्चों ने सीखा कि एक सुपरहीरो केवल ताकतवर नहीं होता, बल्कि उसके पास अच्छाई और सचाई का भी एक मिशन होता है। इस शो ने भारतीय टेलीविजन की दुनिया को एक नई दिशा दी और दर्शकों को एक ऐसा सुपरहीरो दिया, जो भारतीय संदर्भ में पूरी तरह से फिट बैठता था।
'शक्तिमान' ने बना दिया सुपरहीरो शो का नया चेहरा
'शक्तिमान' के बाद भारतीय टीवी पर कई सुपरहीरो शोज बने, लेकिन कोई भी उसके करीब नहीं पहुंच सका। मुकेश खन्ना के इस शो ने भारतीय टेलीविजन की दुनिया को एक नई दिशा दी और सुपरहीरो शोज के लिए एक नई मिसाल पेश की। मुकेश खन्ना की मेहनत और उनकी सोच के चलते, भारत ने अपना पहला सुपरहीरो पाया, जो आज भी लाखों दिलों में जीवित है।