Suhani Bhatnagar: इस दुर्लभ बीमारी से जूझ रही थीं सुहानी, कैसे हुआ शरीर पर असर, पिता ने बताई पूरी बात
Suhani Bhatnagar: सुहानी के पिता ने बताया कि जिस बीमारी से वो पीड़ित थी उसको पूरी तरह से ठीक होने में वक्त लगता है, लेकिन इस बीच सुहानी को दूसरी दिक्कत हो गई.
Suhani Bhatnagar: आमिर खान की 'दंगल' में युवा बबीता कुमारी फोगाट का किरदार निभाने वाली सुहानी भटनागर का दिल्ली में निधन हो गया. वह 19 साल की थीं. उनकी मौत की पुष्टि आमिर खान के प्रोडक्शन हाउस ने की थी. सुहानी के माता-पिता ने आखिरकार मीडिया से बात की जहां उन्होंने विस्तार से बताया कि उनकी बेटी के साथ असल में दिक्कत क्या थी.
कौन सी बीमारी की शिकार थी सुहानी
सुहानी के पिता ने मीडिया को बताया कि दो महीने पहले, बेटी को हाथों में सूजन होने लगी थी, शुरू में इसे सामान्य माना गया, बाद में सूजन उसके दूसरे हाथ और फिर पूरे शरीर में फैल गई. कई डॉक्टरों से सलाह लेने के बावजूद उनकी बीमारी का पता नहीं चल पाया. लगभग 11 दिन पहले सुहानी को एम्स में भर्ती किया गया था. यहां पर पता चला कि उन्हें डर्मेटोमायोसिटिस है, जो एक दुर्लभ ऑटोइम्यून बीमारी है. इस बीमारी का एकमात्र इलाज स्टेरॉयड है. स्टेरॉयड लेने के बाद सुहानी के शरीर की इम्युनिटी पावर पर असर पड़ा.
इंफेक्शन से फेफड़ों पर पड़ा असर
तब सुहानी के पिता ने बताया कि डॉक्टरों के मुताबिक इस बीमारी से ठीक होने में काफी समय लगता है. हालांकि, इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण सुहानी को अस्पताल में इंफेक्शन हो गया. उसके फेफड़े कमजोर हो गए, जिससे तरल पदार्थ जमा हो गया और सांस लेना मुश्किल हो गया, इसके बाद ही उनकी मौत हो गई.
25,000 बच्चों में से चुनी गई थी सुहानी
सुहानी की माँ ने अपनी बेटी को यादा सरते हुए बताया कि सुहानी बचपन से ही मॉडलिंग करती आ रही थीं. उन्हें 25,000 बच्चों में से 'दंगल' के लिए चुना गया था. वह छोटी उम्र से ही कैमरा-फ्रेंडली थीं. वर्तमान में, वह मास कम्युनिकेशन और जर्नलिज्म का कोर्स कर रही थी और अपने दूसरे वर्ष में थी. वह अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती थीं और फिर फिल्मों में काम करना चाहती थीं.
आमिर खान के प्रोडक्शन हाउस ने दी जानकारी
आमिर खान के प्रोडक्शन हाउस ने एक नोट के जरिए इस खबर की पुष्टि की, जिसमें लिखा था, 'हमें सुहानी के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ. उनकी मां पूजाजी और पूरे परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं, इतनी प्रतिभाशाली युवा लड़की सुहानी के बिना दंगल अधूरा होता.' नोट के आखिर में लिखा था कि 'सुहानी, तुम हमेशा हमारे दिलों में रहोगी, तुम्हें शांति मिले.'