Raj Kapoor: भारतीय सिनेमा के चार्ली चैपलिन कहे जाने वाले राज कपूर ने अपने अभिनय और निर्देशन से फिल्म जगत में एक अनमोल विरासत खड़ी की. पेशावर में 14 दिसंबर 1924 को जन्मे राज कपूर ने 10 साल की उम्र में फिल्म 'इंकलाब' से डेब्यू किया. उनके चार दशक लंबे करियर में उन्होंने भारतीय सिनेमा को कई यादगार फिल्में दीं.
राज कपूर के अवॉर्ड्स और उपलब्धियां
आपको बता दें कि राज कपूर को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 3 नेशनल अवॉर्ड, 11 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स, पद्म भूषण और दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. आवारा, श्री 420, बरसात, जिस देश में गंगा बहती है, अनाड़ी और चोरी चोरी जैसी सुपरहिट फिल्मों के बाद उन्होंने निर्देशन में कदम रखा और 'बॉबी' और 'कल आज और कल' जैसी फिल्मों से अपने बेटों ऋषि कपूर और रणधीर कपूर को लॉन्च किया.
राज कपूर की सबसे लंबी और हिट फिल्म - संगम
वहीं आपको बता दें कि राज कपूर ने 1964 में फिल्म 'संगम' बनाई, जो उनकी सबसे लंबी और सुपरहिट फिल्म साबित हुई. इस फिल्म में राज कपूर, राजेंद्र कुमार और वैजयंतीमाला मुख्य भूमिकाओं में थे. 'संगम' एक लव ट्रायंगल पर आधारित थी, जिसका रनटाइम 238 मिनट यानी तीन घंटे 58 मिनट था. खास बात यह थी कि इस फिल्म में दो-दो इंटरवल्स थे. इसके बावजूद दर्शकों ने इसे खूब पसंद किया. 'संगम' ने बॉक्स ऑफिस पर 4 करोड़ रुपये की कमाई की और यह 1964 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी.
राज कपूर की दूसरी लंबी फिल्म: मेरा नाम जोकर
इसके अलावा आपको बता दें कि 1970 में राज कपूर ने 'मेरा नाम जोकर' बनाई, जो 239 मिनट यानी तीन घंटे 59 मिनट लंबी थी. सिमी गरेवाल, मनोज कुमार और राज कपूर स्टारर इस फिल्म में भी दो इंटरवल्स थे. हालांकि, यह भारत में फ्लॉप साबित हुई, लेकिन जब इसे रूस में री-रिलीज किया गया, तो वहां इसे जबरदस्त सफलता मिली और यह क्लासिक कल्ट फिल्मों में शामिल हो गई.
बहरहाल, राज कपूर ने न केवल अपनी फिल्मों से भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाई दी, बल्कि उनकी फिल्में आज भी दर्शकों के दिलों में जिंदा हैं. 'संगम' और 'मेरा नाम जोकर' जैसी लंबी फिल्मों के जरिए उन्होंने भारतीय सिनेमा के इतिहास में अपनी अमिट छाप छोड़ी. First Updated : Friday, 13 December 2024