Rekha: हिंदी सिनेमा की महान अदाकारा रेखा का जीवन एक ऐसा सफर है जिसमें उतार-चढ़ाव, संघर्ष और उपलब्धियां शामिल हैं. पर्दे पर मुस्कुराती दिखने वाली रेखा का निजी जीवन दर्द और चुनौतियों से भरा रहा. बचपन में रेखा को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा. एक वक्त ऐसा भी था जब उन्होंने सुसाइड करने की कोशिश की थी.
रेखा ने अपने एक इंटरव्यू में भी बचपन और फिल्म इंडस्ट्री में आने के सफर के बारे में खुलकर बात की है. इस दौरान उन्होंने बताया कि किस तरह छोटी उम्र में उन्होंने फिल्मों में कदम रखा और किस तरह का संघर्ष उनके हिस्से में आया.
रेखा के पिता जेमिनी गणेसन दक्षिण भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार थे, जबकि मां पुष्पावली एक प्रसिद्ध तेलुगु अभिनेत्री थीं. पिता की पहली शादी होने के कारण रेखा की मां और पिता की शादीशुदा जिंदगी संघर्षों से भरी रही. इन घरेलू परेशानियों का असर रेखा के बचपन पर पड़ा और उन्हें अपने माता-पिता के झगड़ों का सामना करना पड़ा. जेमिनी ने रेखा और उनकी बहनों को अपना नाम देने से भी इनकार कर दिया था.
घरेलू स्थिति बिगड़ने के साथ-साथ उन्हें आर्थिक का भी सामना करना पड़ा. रेखा की मां ने मुश्किल हालातों में घर चलाने के लिए घोड़ों पर पैसे लगाने जैसे गलत रास्तों का सहारा लिया, जिससे परिवार की वित्तीय स्थिति और भी खराब हो गई. इन हालातों का असर रेखा की पढ़ाई पर भी पड़ा, और वे फेल हो गईं. पढ़ाई छोड़कर उन्हें कम उम्र में ही फिल्मों में काम करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
बचपन की कठिन परिस्थितियों से थक कर एक समय रेखा ने सुसाइड की कोशिश भी की. उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखा था, लेकिन समय रहते उन्हें अस्पताल पहुंचा दिया गया और उनकी जान बचाई जा सकी.
1969 में, रेखा को एक फिल्म "अंजाना सफर" का ऑफर मिला. उन्होंने सिमी ग्रेवाल के चैट शो में खुलासा किया कि उनकी मां ने उन्हें पढ़ाई छोड़ने के लिए फोर्स किया था. मां ने उन्हें मनाने के लिए कहा कि इस फिल्म की शूटिंग साउथ अफ्रीका में होगी, जहां वे वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी में जानवर देख सकेंगी. इसके बाद रेखा ने फिल्मों में कदम रखा, और यहीं से उनकी फिल्मी यात्रा की शुरुआत हुई. First Updated : Tuesday, 12 November 2024