अमिताभ और जया बच्चन की शादी तय तारीख से 4 महीने पहले क्यों हुई? ये है असली वजह
अमिताभ और जया बच्चन की शादी अचानक और बेहद निजी तरीके से 3 जून 1973 को संपन्न हुई. शादी समारोह मालाबार हिल्स में एक दोस्त के घर पर हुआ, जहां गोपनीयता बनाए रखने के लिए करीबी रिश्तेदारों को केवल टेलीग्राम भेजा गया. हरिवंश राय बच्चन ने लिखा कि शादी के दिन अमिताभ इतने आकर्षक लग रहे थे कि उनकी मां ने बुरी नजर से बचाने के लिए हनुमान जी से प्रार्थना की.

बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा कपल्स में से एक, अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की शादी को 50 साल से ज्यादा का समय हो चुका है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनकी शादी अचानक और बेहद निजी तरीके से हुई थी? इस शादी से जुड़ी कई दिलचस्प कहानियां हैं, जो इसे और भी खास बनाती हैं.
अचानक हुआ शादी का फैसला
अमिताभ बच्चन और जया भादुड़ी ने अक्टूबर 1973 में शादी करने का फैसला लिया था और फिर लेकिन अचानक दोनों ने 3 जून को शादी करने का फैसला किया. इसके पीछे कारण रहा उनका लंदन जाने का प्लान. जया बच्चन ने बाद में खुलासा किया कि उन्होंने अपनी निर्धारित यात्रा से ठीक 7 दिन पहले शादी करने का फैसला किया और लंदन रवाना होने से एक दिन पहले शादी संपन्न हुआ.
शादी का निजी आयोजन
अमिताभ बच्चन के पिता, मशहूर कवि हरिवंश राय बच्चन ने अपनी आत्मकथा 'इन द आफ्टरनून ऑफ टाइम' में अपने बेटे की शादी का जिक्र किया है. उन्होंने बताया कि जया बच्चन के परिवार ने शादी समारोह अपने फ्लैट में रखने के बजाय, मालाबार हिल्स की स्काईलार्क बिल्डिंग के टॉप मंजिल पर एक दोस्त के घर पर आयोजित किया ताकि इसे पूरी तरह से निजी रखा जा सके. शादी की गोपनीयता बनाए रखने के लिए, अमिताभ के परिवार ने अपने करीबी रिश्तेदारों को केवल एक टेलीग्राम भेजा जिसमें लिखा था- तुरंत परिवार सहित आओ, लेकिन उसमें शादी का कारण स्पष्ट रूप से नहीं बताया गया था.
जब दूल्हे को नजर से बचाने की गई प्रार्थना
हरिवंश राय बच्चन ने शादी के दिन की याद करते हुए लिखा- अमित इतना आकर्षक लग रहा था कि उसकी मां ने बुरी नजर से बचाने के लिए हनुमान जी से प्रार्थना की. जब जयमाला पहनाने का समय आया, तो उन्होंने भावुक होकर कहा कि जो भी उनके चेहरे को देखना चाहता है, वह अभी देख ले.
दुल्हन जया की शर्मीली झलक
हरिवंश राय बच्चन ने जया बच्चन के बारे में लिखा कि जया शादी के लिए तैयार हो रही थी और पहली बार मैंने उसके चेहरे पर शर्मीलापन देखा. मैंने महसूस किया कि ये सौंदर्य का एक अनूठा पहलू है. आगे कहा कि वो एक बेहतरीन एक्ट्रेस थी, लेकिन जो झिझक मैंने उस दिन देखी, वो पूरी तरह से स्वाभाविक और असली थी.