आशा भोसले ने क्यों कहा, मैं फिल्म इंड्रस्ट्री की आखिरी मुगल हूं, मुझे सब पता है..
आशा भोसले ने कहा, 'सिर्फ मैं ही फिल्म इंडस्ट्री का इतिहास जानती हूं. इतनी सारी कहानियाँ हैं कि अगर मैं उनके बारे में बात करना शुरू करूँ तो उन्हें ख़त्म करने में 3-4 दिन लग जाएगा
मंगलवार 8 अगस्त को दिग्गज कलाकार और गायिका आशा भोसले ने हाल ही में फिल्म उद्योग में अपनी विरासत के सम्मान में मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस बीच उन्होंने इंडस्ट्री में अपने सफर को याद किया और बताया कि कैसे आज मौजूद हर कलाकार उनके सामने बड़ा हुआ है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आज भी अपने जमाने में इंडस्ट्री में हुई घटनाएं याद आती हैं.
आशा भोसले ने कार्यक्रम के कहा, 1945 में मुंबई आने के बाद हिंदी गाने गाना शुरू किया और कार्यक्रम स्थल पर मौजूद सभी कलाकार और संगीतकार उनकी आंखों के सामने पैदा हुए थे. उन्होंने कहा, “मुझे अभी भी पुरानी कहानियाँ, उस समय के फिल्म निर्माता और संगीत निर्देशक याद हैं. मैं उन सभी को जानती थी. आज, यदि आप फिल्म उद्योग का इतिहास जानना चाहते हैं, तो केवल मैं ही आपको यह बता सकती हूं.”
मैं इस फिल्म इंडस्ट्री का आखिरी मुगल
उन्होंने आगे कहा, 'सिर्फ मैं ही फिल्म इंडस्ट्री का इतिहास जानती हूं. इतनी सारी कहानियाँ हैं कि अगर मैं उनके बारे में बात करना शुरू करूँ तो उन्हें ख़त्म करने में 3-4 दिन लग जाएगा. मैं कुछ भी नहीं भूली हूं. मैं इस फिल्म इंडस्ट्री की आखिरी मुगल हूं.'
लता के बारें में आशा भोसले ने कहीं ये बात
उन्होंने अपनी लता दीदी के साथ अपनी यादें भी ताजा की. उन्होंने कहा, ''हमारे बीच बहुत अच्छे रिश्ते थे, वह बड़ी बहन थीं, मां थीं और एक गायिका भी थीं. हम उनका सम्मान करते थे. किसी में उससे सवाल करने की हिम्मत नहीं थी. हम उससे डरते थे. वह बहुत अच्छा गाती थी. किसी के लिए भी उनकी नकल करना बहुत मुश्किल है.”