बाबा सिद्दीकी के जनाजे में क्यों नहीं शामिल हुए शाहरुख खान? सामने आ गई वजह
Baba Siddique Murder: दशहरे के दिन एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद कई बॉलीवुड हस्तियों ने उनकी आखरी रस्में अदा की लेकिन शाहरुख कहीं भी नजर नहीं आए. ऐसे में कुछ लोगों के जहन में यह सवाल आया था कि शाहरुख उनके जनाजे में क्यों शामिल नहीं हुए.
Baba Siddique: एनसीपी लीडर बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद पूरा देश हिल गया. खास तौर पर बॉलीवुड इंडस्ट्री का गहरा सदमा पहुंचा. क्योंकि बाबा सिद्दीकी की बॉलीवुड में मजबूत पकड़ थी. दिग्गज सुपर स्टार सलमान खान, शाहरुख खान और संजय दत्त जैसी हस्तियों से उनकी नजदीकियां थीं. उनके कत्ल की खबर सामने आती ही सलमान खान समेत कई दिग्गज सितारे अस्पताल और उनके घर पहुंचे भी थी. जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं लेकिन एक बड़ा चेहरा इस दौरान नजर नहीं आया, जिसका नाम है शाहरुख खान.
बाबा सिद्दीकी की नजदीकियां ना सिर्फ सलमान खान से थी बल्कि शाहरुख खान के भी वो गहरे दोस्त थे. अक्सर इफ्तार पार्टियों में उनको एक साथ देखा जाता था लेकिन जब बाबा सिद्दीकी का आखिरी समय था तो शाहरुख खान कहीं पर भी नजर नहीं आए. भले ही शाहरुख खान के भारतीय राजनेता बाबा सिद्दीकी के साथ दोस्ताना संबंध थे, जिनकी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने हत्या कर दी थी लेकिन वह उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए, जो प्रशंसकों के बीच भी चिंता का विषय था. अब एक मीडिया रिपोर्ट में अभिनेता के करीबी सूत्रों ने कहा है कि शाहरुख खान ने खुद को बाबा सिद्दीकी हत्याकांड और राजनीति से दूर रखने के लिए जनाजे की नमाज में शामिल नहीं होने का फैसला किया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मामले को पहले से ही सलमान खान और शाहरुख खान से जोड़ा जा रहा है क्योंकि बाबा सिद्दीकी के इन दोनों के साथ दोस्ताना संबंध थे. रिपोर्ट के मुताबिक, शाहरुख खान को पता है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सर्किट कैसे काम करता है, इसलिए वह कोई नुकसान नहीं उठाना चाहते. हालांकि इसमें कितनी सच्चाई ये कहना मुश्किल होगा.
यहां यह बात भी काबिले जिक्र है कि शाहरुख खान और सलमान खान के बीच रिश्ते में 2008 में तनाव आ गया था और बाद में यह तनाव 2013 में बाबा सिद्दीकी की मशहूर सालाना इफ्तार पार्टी में खत्म हुआ था.
भारतीय राजनेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उनके अंतिम संस्कार की नमाज अदा की गई और 13 अक्टूबर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.