India-Canada Relations: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर सिख उग्रवाद के प्रति नरमी बरतने और अपने राजनीतिक लाभ के लिए चरमपंथियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किए गए बयान में, अमरिंदर ने कनाडा के ब्रैम्पटन में हाल ही में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा की घटना की कड़ी निंदा की और ट्रूडो के नेतृत्व में कनाडा में सिख उग्रवाद को पनपने देने की आलोचना की.
विदेश मंत्रालय (MEA) द्वारा कनाडाई अधिकारियों से इस घटना पर कार्रवाई की अपील करने के बाद, अमरिंदर सिंह का यह बयान आया. उन्होंने कनाडा के सिख उग्रवाद से जुड़े पुराने अनुभवों को भी साझा किया और इसे भारत-कनाडा संबंधों में तनाव का कारण बताया.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि ट्रूडो अपने राजनीतिक लाभ के लिए उन लोगों का समर्थन कर रहे हैं, जो सिख उग्रवाद का झुकाव रखते हैं. उन्होंने याद दिलाया कि पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें इस मुद्दे पर कनाडा सरकार से समर्थन नहीं मिला. अमरिंदर ने कहा कि कनाडा में सिख उग्रवाद की बढ़ती प्रवृत्ति को ट्रूडो ने नजरअंदाज किया है और इसका फायदा उठाकर अपने राजनीतिक आधार को बढ़ाने का प्रयास किया है.
ट्रूडो से हुई अप्रिय मुलाकात का जिक्र
अमरिंदर सिंह ने एक घटना का जिक्र किया जब 2018 में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पंजाब दौरे पर आए थे. उन्होंने बताया कि कैसे ट्रूडो को पंजाब में अमृतसर में उतरने की अनुमति तभी दी गई जब उन्होंने खालिस्तान समर्थक गतिविधियों पर चर्चा के लिए अमरिंदर से मुलाकात करने पर सहमति जताई. इस मुलाकात के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्रूडो को 20 कनाडाई नागरिकों की एक सूची सौंपी, जिन पर खालिस्तान समर्थक गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप था.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि पिछले कुछ सालों में कनाडा में उग्रवाद को नजरअंदाज करने के कारण पंजाब में बंदूक और ड्रग्स की तस्करी और गैंगस्टर गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा, "कनाडा सरकार को सौंपे गए नामों के बावजूद, उग्रवाद और आपराधिक गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं, जिससे पंजाब को अस्थिरता का सामना करना पड़ रहा है."
अमरिंदर सिंह ने हाल ही में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत पर लगाए गए आरोपों पर भी ट्रूडो की कड़ी आलोचना की. उन्होंने बिना सबूत के भारत की सुरक्षा एजेंसियों को दोषी ठहराने के ट्रूडो के कदम को गैर-जिम्मेदाराना करार दिया और सवाल उठाया कि क्या चुनावी लाभ भारत-कनाडा संबंधों और पारंपरिक संबंधों से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्रूडो की नीतियों को लेकर चेतावनी दी कि वे कनाडा में भारतीय प्रवासियों से समर्थन में कमी ला सकती हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत और कनाडा के बीच रिश्ते बेहतर होंगे, लेकिन कहा कि एक महत्वाकांक्षी नेता की नीतियां दशकों पुरानी दोस्ती पर प्रभाव डाल रही हैं. First Updated : Monday, 04 November 2024