पुतिन नहीं अमेरिका है यूक्रेन युद्ध के लिए जिम्मेदार? Elon Musk के Video ने खड़े किए सवाल
Elon Musk on Ukraine-Russia War: हाल ही में एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अमेरिकी अर्थशास्त्री जेफरी डी. सैक्स का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें यूक्रेन युद्ध के लिए रूस की बजाय अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया गया है. इस वीडियो ने एक नई बहस छेड़ी है कि क्या वाकई रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए पुतिन नहीं अमेरिका जिम्मेदार है?
Elon Musk on Ukraine-Russia War: अरबपति एलन मस्क ने अमेरिकी अर्थशास्त्री जेफरी डी. सैक्स का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें यूक्रेन युद्ध के लिए रूस की बजाय अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया गया है. वीडियो में सैक्स ने बताया कि किस तरह नाटो (NATO) के विस्तार और अमेरिका की नीतियों ने इस संघर्ष को उकसाया.
अमेरिकी अर्थशास्त्री जेफरी डी. सैक्स ने इस वीडियो में बताया कि अमेरिकी नीतियों का असर रूस की सैन्य कार्रवाइयों पर पड़ा. उन्होंने युद्ध के मूल कारणों में अमेरिका की नीतियों को दोष दिया. इस वीडियो के माध्यम से मस्क ने एक नई बहस छेड़ी है कि क्या वाकई रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए पुतिन नहीं अमेरिका जिम्मेदार है?
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— Elon Musk (@elonmusk) November 12, 2024
अमेरिकी नीति का असर
वीडियो में सैक्स ने यूक्रेन को नाटो में शामिल करने के प्रयासों की निंदा करते हुए कहा कि यह अमेरिका की नीति ही थी जिसने रूस को आक्रामक कदम उठाने पर मजबूर किया. उन्होंने कहा कि इस तरह की नीतियों की वजह से ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्ध छेड़ा.
बिना उकसावे के हमले का दावा गलत
जेफरी सैक्स ने बाइडेन प्रशासन की आलोचना की और 'बिना उकसावे के' हमले का दावा गलत बताया. उन्होंने कॉमन ड्रीम्स के 2023 के एक लेख का हवाला देते हुए कहा कि बाइडेन प्रशासन लगातार इस बात पर जोर दे रहा है कि रूस ने यूक्रेन पर बिना किसी उकसावे के हमला किया.
अमेरिका ने तोड़ा नाटो का वादा
सैक्स ने सोवियत राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव को नाटो द्वारा 1990 में किए गए वादे की याद दिलाई, जिसमें कहा गया था कि अगर जर्मन एकीकरण को स्वीकार किया जाता है, तो नाटो "एक इंच भी पूर्व की ओर नहीं बढ़ेगा" लेकिन, अमेरिका ने बाद में इस वादे को तोड़ते हुए नाटो का विस्तार करना शुरू किया.
नाटो का विस्तार
सैक्स ने बताया कि 1999 में नाटो का विस्तार पोलैंड, हंगरी और चेक गणराज्य को शामिल करने के साथ शुरू हुआ उन्होंने कहा कि अमेरिका ने 1999 में सर्बिया पर बमबारी भी की, जो रूस के लिए अस्वीकार्य थी उन्होंने दावा किया कि इस तरह की कार्रवाइयों ने रूस के साथ तनाव को और बढ़ा दिया.
यूरोप समर्थक थे पुतिन
सैक्स ने बताया कि एक समय व्लादिमीर पुतिन यूरोप समर्थक थे और नाटो में शामिल होने के बारे में भी सोच रहे थे. लेकिन 2002 में अमेरिका द्वारा एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल संधि से खुद को अलग करने के बाद स्थिति खराब हुई. इसके बाद अमेरिका ने पूर्वी यूरोप में मिसाइल सिस्टम लगाए, जिसे रूस ने अपनी सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा माना.
यूक्रेन की राजनीति में अमेरिकी हस्तक्षेप
सैक्स ने दावा किया कि 2014 में अमेरिका ने यूक्रेन की राजनीति में हस्तक्षेप किया और एक शासन परिवर्तन को बढ़ावा दिया. उन्होंने कहा कि यह हस्तक्षेप नाटो विस्तार के खिलाफ पुतिन की बार-बार की चेतावनी के बावजूद किया गया, जिससे रूस-यूक्रेन संघर्ष की नींव पड़ी.