Heart Attack Symptoms: हार्ट अटैक से पहले दिल देता है ये संकेत, समय रहते करें पहचान ताकि बची रह सके जान
Heart Attack Symptoms: हार्ट अटैक से पहले दिल देता है ये संकेत, समय रहते करें पहचान ताकि बची रह सके जान
कोरोना काल के बाद हार्ट अटैक के मामले ज्यादा देखे जा रहे हैं और अब इसका शिकार युवा ज्यादा हो रहे हैं। हार्ट अटैक से एक महीने पहले ही शरीर कई तरह के संकेत देता है कि दिल खतरे में है। इन संकेतों को पहचान लेना चाहिए ताकि समय पर इलाज हो सके।
आजकल हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। पहले यह धारणा थी कि ज्यादा उम्र होने पर ही हार्ट अटैक आता है लेकिन अब कम उम्र के लोगों को भी हार्ट अटैक आ रहा है। भारत की बात करें तो पिछले कुछ सालों में हार्ट संबंधी बीमारियों और हार्ट अटैक के मामलों में काफी तेजी आई है। अब हार्ट अटैक बुजुर्गों के साथ साथ युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है जो चिंता का विषय है। हार्ट अटैक के कारणों पर गौर किया जाए तो बेतरतीब लाइफस्टाइल, जंक फूड, तनाव, प्रदूषण, मोटापा, शुगर, हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रोल के साथ साथ धूम्रपान और शराब जैसी लतों के चलते हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं. युवा अपनी जीवन शैली और भागदौड़ भरी जिंदगी में अपनी सेहत को लेकर लापरवाह हुए हैं और इसी कारण दिल की बीमारियां बढ़ रही हैं। दिल की बात करें तो दिल का दौरा यानी हार्ट अटैक होने से पहले शरीर कुछ संकेत देता है, हार्ट अटैक से बचान तो तो इन संकेतों को जानना बहुत जरूरी हो जाता है। अगर इन्हें समय रहते पहचान लिया जाए तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। ये संकेत सबके लिए जानने जरूरी हैं ताकि परिवार में किसी के शरीर में ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत प्राथमिक उपचार किया जा सके या डॉक्टर के पास जा सकें। चलिए जानते हैं वो संकेत और इशारे जो शरीर हार्ट अटैक से पहले देता है।
हार्ट अटैक के लक्षण -
हैल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि हार्ट अटैक एक या दो दिन में नहीं आता। हार्ट अटैक होने से महीने भर पहले ही शरीर में परिवर्तन होने लगते हैं। यानी आपका शरीर एक महीने पहले ही आपको संकेत देने लगता है कि दिल में कुछ गड़बड़ हो रही है। लेकिन सामान्यतया लोग इनको पहचान नहीं पाते या फिर नजरंदाज कर देते हैं।
कमजोरी, थकान, चक्कर आना हार्ट अटैक का लक्षण हैं लेकिन ये सामान्य लक्षण हैं जो कई अन्य बीमारियों में भी दिखते हैं। हार्ट अटैक से पहले थकान होती है, खासकर बिस्तर से उठने का मन नहीं करता। कुछ भी कामकाज करने के बाद थकान लगती है और कमजोरी फील होने लगती है। ज्यादा काम ना करने के बावजूद इंसान बेतरह थकावट महसूस करने लगता है। मरीज को चक्कर आते हैं, कई बार इतने चक्कर आते हैं कि मरीज बिस्तर से उठ नहीं पाता।
बाएं कंधे में दर्द होना, इस स्थिति में मरीज को बाएं हाथ और बाएं कंधे में दर्द होता है। बाएं कंधे के साथ साथ छाती में बाईं तरफ दर्द होना या फिर बाएं पैर और खासकर बाएं टखने में दर्द महसूस होता है।
सीने में दर्द के साथ साथ बेचैनी महसूस होती है। सीने में बाईं तरफ जहां दिल होता है, वहां रह रह कर दर्द होता है। लोग इसे गैस या अफारा समझ कर इग्नोर करते हैं लेकिन अगर ये दर्द बाकी लक्षणों के साथ महसूस हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए।
व्यक्ति को सीने में जलन महसूस होने लगती है। कई बार लोग इसे एसिडिटी समझते हैं लेकिन अगर ये लगातार हो रहा है तो इसकी जांच करवानी चाहिए क्योंकि ये हार्ट अटैक का एक बड़ा संकेत हो सकता है।
मरीज के जबड़े में दर्द होने लगता है. ऐसा लगता है कि मानों जबड़ा सूज रहा है और जबड़े के आस पास की मांपेशियां खिंच रही हैं। दांत भींचने में दांत दर्द करने लगते हैं।
सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। ऐसा लगता है जैसे सांस लेने के लिए ज्यादा जोर लगाना पड़ रहा है। सांस को खींचना पड़ता है और इससे पेफड़ों में प्रेशर महसूस होने लगता है। सांस लेने में इस तरह की तकलीफ बार बार थकान देने लगती है।
बैक पेन की शिकायत देखी जाती है। ये बैक पेन पीठ के पीछे की तरफ कंधों की हड्डियों के बीच उठता है। दोनों कंधों के बीच जकड़न महसूस होती है और रह रहकर दर्द उठता है।
रात को नींद नहीं आती, बार बार नींद टूटना और बेचैनी महसूस होती है। रह रह कर खट्टी डकार आना और सीने में जलन के साथ दर्द होना हार्ट अटैक का शुरूआती लक्षण है।
मरीज की भूख एकाएक कम हो जाती है। कुछ भी खाने पीने का मन नहीं करता। यहां तक कि पसंदीदा पकवान बनने पर भी मरीज कुछ खाने पीने का शौक पैदा नहीं कर पाता।
हाथ पैरों में झुनझुनाहट महसूस होती है. बायां हाथ भारी महसूस होने लगता है और बायां कंधा भी भारीपन के साथ दर्द करने लगता है।
एकाएक दिखने में कमी महसूस होने लगती है। इसे दृष्टि परिवर्तन कहते हैं यानी मरीज को समझ नहीं आता कि क्या हो रहा है और वो क्या देख रहा है।
याद्दाश्त में कमी आती है, मरीज एकाएक रिस्पॉन्स करने में देर करने लगता है। उससे बात करते वक्त लगता है मानों वो सुन नहीं पा रहा है।
दिल की धड़कन तेज होने लगती है और सांस फूलने लगती है। ये कभी कभी होता है।
हार्ट अटैक से पहले रक्तचाप ज्यादा हो जाता है। अक्सर हाई बीपी वालों को हार्ट अटैक का ज्यादा खतरा होता है, इसलिए अगर आपका बीपी ज्यादा ऊपर जा रहा है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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