सेहत के लिए बहुत लाभकारी है उपवास में खाया जाने वाला कुट्टू का आटा, जानिए इसके फायदे
उपवास में कुट्टू के आटे की रोटी, पराठा और पूरी के साथ साथ हलवा भी खाया जाता है। इस आटे के सेहत संबंधी कई फायदे हैं जो इसे खास बनाते हैं।
नवरात्र के व्रत चल रहे हैं, ऐसे में जो लोग व्रत उपवास करते हैं, वो व्रत वाले आहार खाते हैं जिसमें फलाहार के साथ साथ कुट्टू का आटा बहुत महत्वपूर्ण है. कुट्टु के आटे की रोटी, पराठा, डोसा, हलवा पूरी आदि व्रत में खूब चाव से खाई जाती है। आपको बता दें कि व्रत के साथ साथ कुट्टू का आटा शरीर को भी काफी फायदा करता है। इसके ढेर सारे पोषक तत्व हैं जो इस आटे के सेवन से शरीर को लाभ पहुंचाते हैं। चलिए जानते हैं कि कुट्टू का आटा क्या होता है और इसके पोषक तत्व शरीर को कैसे लाभ पहुंचाते हैं।
कैसा होता है कुट्टू का आटा
कुट्टू असल में एक जंगली पौधा है जिसके बीजों को सुखाकर पीसकर कुट्टू का आटा बनाया जाता है। ये अनाज की श्रेणी में नहीं आता है और इसीलिए इसका सेवन व्रत उपवास के दौरान किया जाता है। ये आटा ग्लूटेन फ्री होता है इसलिए काफी लाभकारी होता है।कुट्टू के आटे में ढेर सारा प्रोटीन, फाइबर और कार्ब्स पाए जाते हैं। मिनिरल्स की बात करें तो कुट्टू के आटे में कैल्सियम, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस के साथ साथ सोडियम, जिक, कॉपर भी पाए जाते हैं। विटामिन्स की बात करें तो कुट्टू के आटे में विटामिन बी 6 के साथ साथ राइबोफ्लेविन, नियासिन, थियामिन और फोलेट होता है।
वेट लॉस में मदद करता है कुट्टू का आटा
कुट्टू का आटा वजन कम करने में काफी मददगार साबित होता है। इसके सेवन से देर तक भूख नहीं लगती और इसमें पाया जाने वाला ढेर सारा फाइबर भी पाचन तंत्र को मजबूत करता है और शरीर से एक्स्ट्रा फैट को हटाता है।
कुट्टू का आटा एंटी ट्यूमर गुण के चलते स्तन कैंसर से लड़ने में मदद करता है। इसका एंटी ट्यूमर गुण स्तर कैंसर को फैलाने वाली कोशिकाओं को पनपने से रोकता है और इसका फाइबर स्तर कैंसर के खतरे और जोखिम को कम कर देता है।
कुट्टू का आटा अपने एंटी डायबिटिक गुण के चलते डायबिटीज की बीमारी में फायदेमंद साबित होता है. इसके अंदर ढेर सारा फाइबर ब्लड शुगर के लेवल को तेजी से बढ़ने से रोकता है जिसका फायदा शुगर में होता है।
कुट्टू का आटा प्रोटीन से भरपूर होता है और ये प्रोटीन पित्त में मौजूद पथरी यानी स्टोन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसकी मदद से कोलेस्ट्रोल भी कम होता है। कुट्टू का आटा खाने से बॉडी में बनने वाला बाइल एसिड पित्त की पथरी के जोखिम कम कर देता है।
कुट्टू का आटा मैग्नीशियम से युक्त होता है और ये मैग्नीशियम शरीर में उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। इसकी मदद से हाई बीपी को कंट्रोल किया जा सकता है।
कुट्टू के आटे में पाया जाने वाला ढेर सारा फाइबर अपच दूर करता है और कब्ज की दिक्कत से छुटकारा दिलाता है।
कुट्टू का आटा मैग्नीज से भरपूर होता है और इसी तत्व की मदद से शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को मदद मिलती है जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं। इसकी मदद से शरीर को ओस्टियोपोरोसिस नामक हड्डियों की बीमारी से बचाया जा सकता है।
कुट्टू का आटा दिल के लिए भी फायदेमंद बताया गया है। इसमें शरीर में मौजूद बैड कोलेस्ट्रोल का स्तर कम करने की क्षमता है और ये शरीर में एचडीएल यानी गुड कोलेस्ट्रोल को बढ़ाकर दिल को भी स्वस्थ बनाता है।
कुट्टू में पाए जाने वाले मैग्नीशियम और विटामिन ई अस्थमा की बीमारी में काफी राहतमंद साबित होते हैं। शोध में पाया गया है कि कुट्टे के आटे के सेवन से बच्चों का अस्थमा जल्दी ठीक हो जाता है।
कुट्टू के आटे में पाया जाने वाला ट्रिप्टोफैन नामक कंपाउड मूड को अच्छा बनाता है औऱ डिप्रेशन की समस्या को कम करने में मददगार साबित होता है। इससे दिमाग की कार्यप्रणाली बेहतर होती है और तनाव दूर होता है।
किन लोगों को नहीं खाना चाहिए कुट्टू का आटा
जिन लोगों को इस आटे से एलर्जी होती है, उनको इसका सेवन नहीं करना चाहिए, इसके अलावा इसे ज्यादा दिनो तक स्टोर करके नहीं रखना चाहिए, इससे ये खराब हो जाता है क्योंकि इसे बीजों से तैयार किया जाता है। इसमें ज्यादा फाइबर होता है, इसके ज्यादा सेवन से पेट खराब हो सकता है।
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