कसावा के आटे के बारे में यकीनन आपने कम ही सुना होगा। भारत में भले ही ये  भले ही ज्यादा ना खाया जाता हो लेकिन शुगर के रोग में अब इस आटे की खपत भारत में भी होने लगी है। आपने साबुदाना तो खाया ही होगा, साबुदाना कसावा से ही बनता है। भारत के अलावा अन्य देशों में इसका खूब प्रयोग होता है। कसावा के आटे की बात करें तो यह पाचन तंत्र के लिए काफी फायदेमंद होता है। आजकल ये सुपर स्टोर पर  मिलने लगा है और ऑनलाइन आर्डर करके भी इसे मंगवाया जाता है। कसावा का आटा पाचन के लिए तो अच्छा है ही, साथ ही ये डायबिटीज जैसी बीमारियों में बहुत लाभ करता है। दिमागी सेहत के लिए इस आटे का प्रयोग काफी अच्छा बताया जाता है। चलिए जानते हैं कि कसावा  का आटा क्या होता है और सेहत को लेकर इसके क्या फायदे हैं।
 
कसावा का आटा कसावा की झाड़ियों से निकलने वाले कंद मूल से बनाया जाता है। ये झाड़ियां अक्सर गर्म स्थानों पर होती हैं। कसावा की झाड़ियों की जड़ ही कंद मूल कहलाती है। आपको बता दें कि इसी जड़ से साबुदाना भी बनता है और इसी से कसावा का आटा तैयार होता है। देखने में कसावा की जड़ें शकरकंद जैसी लगती हैं। कसावा में पोषक तत्वों का भंडार है। इसमें प्रोटीन, आयरन और फाइबर के साथ साथ  सोडियम, जिंक, विटामिन सी, थियामिन, कॉपर, मैगनीज आदि भी भरपूर मात्रा में होते हैं।  
 
कसावा के फायदे 
 
डायबिटीज में करे फायदा
कसावा का आटा ग्लूटेन फ्री होने के कारण डायबिटीज में काफी फायदा करता है। इसके सेवन से शरीर में ब्लड शुगर नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इसे खाने से बॉडी में शुगर पार्टिकल्स एकत्र नहीं होते हैं। शुगर के मरीजोंको होने वाली शुगर संबंधी दिक्कतों में भी ये फायदा करता है।
 
दिमाग से जुड़ी दिक्कतों जैसे डिप्रेशन, एंग्जायटी और तनाव आदि परेशानियों में कसावा के आटे का सेवन काफी लाभकारी साबित होता है। कसावा के आटे में पाया जाने वाला कैरिटोनॉइड, ढेर विटामिन सी और फिनोलिक एसिड दिमाग की तनी हुई कोशिकाओं को राहत देते हैं जिससे डिप्रेशन कम होता है और तनाव छूमंतर हो जाता है। 
 
पाचन तंत्र को अच्छा बनाता है कसावा का आटा
कसावा का आटा पेट के लिए काफी अच्छा होता है। इसमें ढेर सारा फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को अच्छा बनाता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है। इसके सेवन से कब्ज और इनडाइजेशन की समस्या दूर हो जाती है  और पेट साफ होता है।
 
प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है कसावा का आटा
कसावा के आटे में ढेर सारा विटामिन सी पाया जाता है। इसके सेवन से इम्यन पावर मजबूत होती है और व्यक्ति मौसमी और संक्रामक बीमारियों का सामना करने में मदद मिलती है। 
 
वजन घटाने में मदद करता है कसावा का आटा
अगर आप गेंहू के आटे को खाकर थक गए हैं तो कसावा का आटा खा सकते हैं। इसमें ढेर सारा फाइबर होता है। इसकी मदद से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसमे पाया जाने वाला रेसिस्टेंट स्टार्च भूख को नियंत्रित करने में मददगार साबित होता है। इसलिए  वजन घटाने के लिए  कोशिश कर रहे लोग कसावा का आटा बहुत आराम से खा सकते हैं।
 
मांसपेशियों को करे मजबूत
कसावा के आटे में खूब सारा प्रोटीन पाया जाता है जिसकी मदद से मांसपेशियों को ताकत मिलती है और उनकी क्षति भी ठीक हो जाती है।
 
कैसे कर सकते हैं कसावा का सेवन
 
कसावा का साबुदाना बनता है। आप कसावा के आटे की रोटी और पराठा खा सकते हैं। कई देशों में कसावा के आटे से पिज्जा बर्गर और नूडल्स भी बनते हैं और क्योंकि ये ग्लूटेन फ्री होता है इसलिए इस तरह के नूडल्स शुगर के मरीज भी खा सकते हैं। आप कसावा के आटे से इडली डोसा भी तैयार कर सकते हैं। आप कसावा के आटे का हलवा भी बनाकर खा सकते हैं। इसमें मौजूद ढेर सारे पोषक तत्व हर रूप में आपको फायदा करेंगे।