लिवर के लिए खतरनाक है पीलिया, जानिए पीलिया में क्या खाएं और क्या ना खाएं
पीलिया का सबसे बुरा असर लिवर पर पड़ता है. ऐसे में लिवर को सही रखने और पीलिया का प्रकोप कम करने के लिए डाइट में कुछ खास चीजों को शामिल करना चाहिए।
दूषित पानी औऱ भोजन के चलते शरीर में पीलिया यानी जॉन्डिस बीमारी हो जाती है। इससे शरीर की लाल रक्त कोशिकाओं में बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ जाती है जिससे आंखें और यहां तक कि स्किन भी पीली पड़ जाती है। पीलिया का सबसे ज्यादा असर लिवर की सेहत पर पड़ता है और अगर पीलिया का इलाज सही से ना कराया जाए तो इससे लिवर डैमेज भी हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि पीलिया होने पर पर्याप्त इलाज और सही डाइट दी जाए। पीलिया होने पर डाइट का काफी ख्याल रखना पड़ता है।
चलिए जानते हैं पीलिया की बीमारी में खानपान का क्या ध्यान रखना चाहिए। इस बीमारी में क्या खाना चाहिए और किन चीजों से परहेज रखना जरूरी माना जाता है।
पीलिया में क्या खाएं और पिएं पीलिया में मरीज को नियमित तौर पर नारियल पानी देना चाहिए। ये पीलिया में आराम करता है औऱ लिवर की सूजन को भी कम करता है। इसे नियमित तौर पर पीने से पीलिया में राहत मिलती है।
छाछ पीलिया के रोग में डेली डाइट में छाछ को शामिल करने की सलाह दी जाती है। छाछ पीने से लिवर को आराम मिलता है। छाछ और दही में मौजूद एंजाइम लिवर की सूजन को कम करके लिवर का संक्रमण दूर करने में मदद करते हैं।
गन्ने का रस
पीलिया में गन्ने का रस भी फायदा करता है। नियमित तौर पर गन्ने का रस शामिल करने से लिवर की प्रोसेस मजबूत होती है और लिवर की सूजन भी कम होने लगती है।
मूली का रस
पीलिया की बीमारी में मूली का रस पिलाने से लिवर को आराम मिलता है।
आंवला
आंवला विटामिन सी का एक बेहतरीन सोर्स है। ये लिवर को मजबूत करता है और पीलिया के लक्षणों को कम करने में मददगार है।
पीलिया के मरीज क्या ना खाएं -
पीलिया के मरीजों को कच्चा भोजन, कच्चा मांस, कच्ची सब्जियां नहीं खानी चाहिए। पीलिया में रेड मीट, जंक फूड, अंडे का सेवन करना चाहिए। इस बीमारी में अल्कोहल का सेवन करने से बचना चाहिए।
प्रोटीन युक्त पदार्थ जैसे, मांस, मछली, अंडे आदि का सेवन भी पीलिया के दौरान नहीं करना चाहिए। दरअसल इस बीमारी में प्रोटीन की अधिकता से लिवर फैटी होने लगता है और इससे लिवर की प्रोसेस कमजोर होने लगती है।