एक अनार सौ बीमार वाली कहावत आपने एक बार नहीं कई बार सुनी होगी। आपने ये भी देखा होगा कि किसी के बीमार पड़ने पर उसे अनार खाने की कई सलाहें मिलती है। इसीलिए अनार को सेहत का खजाना कहा गया है। इसके अंदर पाए जाने वाले  ढेर सारे पोषक तत्व इसे शरीर के लिए बहुत उपयोगी बनाते हैं। इसके सेवन से ना केवल शरीर स्वस्थ रहता है बल्कि कई बीमारियां भी कोसों दूर हो जाती हैं। खासकर शरीर में खून की कमी होने पर डॉक्टर अनार खाने की सलाह देते हैं। चलिए जानते हैं कि अनार के क्या फायदे हैं औऱ ये शरीर को किस तरह लाभ पहुंचाता है। 
 
अनार के पोषक तत्व
 
यूं तो अनार का पीक सीजन सितंबर के फरवरी के  बीच होता है लेकिन जब से कोल्ड स्टोरेज का जमाना आया है तबसे हर दुकान पर पूरे साल भर अनार मिलता है। ताजे अनार में ढेर सारा आयरन होता है। आयरन के साथ साथ इसमें ढेर सारा फाइबर, प्रोटीन, विटामिन सी, विटामिन के, फोलेट और पोटैशियम भी मौजूद होता है। इसका डायटरी फाइबर पेट से जुड़ी बीमारियों में काफी कारगर साबित होता है। 
 
अनार के फायदे ये रहे
 
अनार अपने जबरदस्त एंटी ऑक्सिडेंट गुणों के चलते शरीर को बहुत फायदा करता है. इसके अंदर पाया जाने वाला  लाल रंग पॉलीफेनोल्स बहुत ज्यादा  शक्तिशाली होता है। एक्सपर्ट कहते हैं कि अनार के रस में किसी भी दूसरे फल के रस के मुकाबले सबसे ज्यादा एटीऑक्सीडेंट होते हैं। इतना ही नहीं इसमें पाए जाने वाले एंटी ऑक्सिडेंड रेड वाइन और ग्रीन टी से भी ज्यादा ताकतवर होते हैं।  ये एंटी ऑक्सिडेंट शरीर की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचाते हैं और कोशिकाओं की सूजन कम करने में लाभकारी सिद्ध होते हैं। 
 
अनार में ढेर सारा विटामिन सी होता है। इसकी मदद से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और शरीर बाहर संक्रमण और मौसमी बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है। इसलिए जब व्यक्ति बाहरी संक्रमण से बीमार होता है तो डॉक्टर अनार भी अनार खाने की सलाह देते हैं।
 
अनार के सेवन से कैंसर जैसी बीमारी को दूर रखा जा सकता है. अनार के रस में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सिडेंट प्रोटेस्ट कैंसर की कोशिकाओं को पनपने से रोकते हैं। 
 
गठिया यानी ओस्टियोपोरोसिस में भी अनार काफी लाभदायक साबित होता है. अनार के रस में पाया जाने वाला फ्लेवोनोल  गठिया की सूजन को कम  करने में मददगार साबित हो सकता है। इसके अलावा अनार ऑस्टियोआर्थराइटिस और गठिया के दौरान हड्डियों के क्षति को भी ठीक करता है। 
 
अनार का रस दिल को स्वस्थ रखने में काफी कारगर सिद्ध होता है। अनार का रस दिल की धमनियों में ब्लड का फ्लो सही रखने में कारगर है। ये धमनियों को कठोर और मोटा होने से बचाता है। इसके साथ साथ अनार के सेवन से आर्टरीज यानी धमनियों में प्लैक और कोलेस्ट्रोल के जमने के जोखिम कम होते हैं। 
 
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है अनार
अनार का रस ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी योगदान देता है। इसके सेवन से सिस्टोलिक हाई बीपी को कंट्रोल किया जा सकता है। 
 
अनार में पाए जाने वाले विटामिन ई और विटामिन सी के साथ साथ  एंटी बैक्टीरियल गुण बाहरी संक्रामक बीमारियों से शरीर की रक्षा करते है। खासर फ्लू और वायरल फीवर में इसके सेवन से आराम मिलता है।  
 
अनार का रस पीने से यौन क्षमता और प्रजनन क्षमता बेहतर होती है। दरअसल अनार के रस में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं जिससे फर्टिलिटी बढ़ाने में  मदद मिलती है। देखा जाए तो ऑक्सीडेटिव तनाव के चलते पुरुषों के शरीर में शुक्राणु कम होने शुरू हो जाते हैं. और महिलाओं की भी प्रजनन क्षमता पर इसका असर पड़ता है। वहीं अनार का जूस पीने से शरीर में टेस्टोस्टेरोन नामक हार्मोन का इजाफा होते है जो यौन क्षमता को संचालित करता है। 
 
अनार के रस में एनाल्जेसिक गुण होते हैं जो सूजन और दर्द को कम करके सहनशक्ति बढ़ाता है। इसके सेवन से दर्द कम होता है और फिर से ताकत मिलती है इसलिए खेल आदि के समय लोग इसका सेवन करते हैं। 
 
दातों का स्वास्थ्य सुधारता है अनार का रस -अनार में पाए जाने वाले एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण दातों की सेहत के लिए अच्छे होते हैं. अनार के ये गुण मुंह में प्लेक के उत्पादन को कम करते हैं और मसूड़ों में इंफेक्शन और सूजन से भी छुटकारा दिलाते हैं। 
 
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