Fasting in Sugar: व्रत उपवास रख रहे हैं तो इस तरह अपनी सेहत का ध्यान रखें शुगर के मरीज, वरना हो सकती है परेशानी
शुगर के मरीजों को व्रत और उपवास रखने की सलाह नहीं दी जाती है। अगर फिर भी शुगर के मरीज व्रत या रोजे कर रहे हैं तो उन्हें कुछ सावधानी बरतने की जरूरत है ताकि उनकी सेहत पर बुरा असर ना पड़े।
एक तरफ देश में नवरात्रि की धूम मची है और दूसरी तरफ पवित्र रमजान शुरू हो चुके हैं। जहां नवरात्रि में नौ दिन तक व्रत रखने की परंपरा है वहीं रमजान में भी लंबे और कठिन रोजे रखे जाते हैं जिसमें सुबह से शाम तक कुछ खाया पिया नहीं जाता। देखा जाए तो लोग अपनी अपनी श्रद्धा से नवरात्रि के व्रत और रोजे रख रहे हैं लेकिन शुगर के मरीजों के लिए ये खतरनाक हो सकता है। दरअसल शुगर के रोगियों को अपने आहार पर काफी विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। ऐसे में उनका लंबे समय तक भूखा रहना और उसके बाद व्रत के पारण या रोजा खोलने के दौरान खान पान अगर जरा भी ऊपर नीचे हुआ तो शुगर की परेशानी ज्यादा गंभीर हो सकती है। वैसे तो हैल्थ एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि शुगर रोगियों को व्रत और उपवास आदि नहीं रखना चाहिए क्योंकि ज्यादा देर तक भूखे पेट रहना शुगर की बीमारी में सही नहीं होता। लेकिन फिर भी अगर शुगर रोगी व्रत उपवास करना चाह रहे हैं तो विशेष ख्याल और सावधानी की जरूरत होती है, वरना इस व्रत से उनके स्वास्थ्य को काफी दिक्कतें हो सकती हैं। चलिए जानते हैं कि नवरात्र के व्रत या फिर रोजे रख रहे शुगर रोगियों को किन किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है।
अगर नवरात्रि के व्रत रख रहे हैं तो बीच बीच में अपने शुगर लेवल को सही रखने और शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए हर दो तीन घंटे पर कुछ खाते पीते रहें। इस दौरान हैवी चीजों के सेवन से बचें और अपने ब्लड शुगर के लेवल का खास ध्यान रखें। देर तक भूखा प्यासा रहने पर ब्लड शुगर अचानक हाइक कर सकता है जो सेहत के लिए खतरनाक है। इसलिए कुछ खाते पीते रहें।
यूं तो व्रत आदि में फलाहार किया जाता है लेकिन शुगर के मरीज ज्यादा फल या उनके जूस का सेवन ना करें। इस दौरान मीठे फलों के जूस का ज्यादा सेवन करने से ब्लड शुगर हाइक कर सकता है। इसलिए कोशिश करें कि फल कम खाएं और हां शुगर के मरीज फ्रूट चाट खा सकते हैं। व्रत में चीनी की बजाय गुड़ का उपयोग करें तो बेहतर होगा।
शुगर के मरीजों को व्रत के दौरान भी अपनी दवा समय पर लेनी चाहिए। व्रत में भी आपको शुगर की दवा नहीं छोड़नी है वरना आपकी तबियत ज्यादा खराब हो सकती है।
शाम के समय व्रत के पारण के समय आलू और व्रत के आटे के पकवान खाए जाते हैं। आपको इसमें भी परहेज करना हैं। पूरे दिन कम खाने के बाद अगर आप शाम के भोजन में आलू, देसी घी का सेवन करेंगे तो आपकी तबियत खराब हो सकती है। इसलिए शाम के भोजन में आलू का सेवन नहीं करें।
रोजा रख रहे हैं तो आपको जान लेना चाहिए कि यह काफी कठिन होता है क्योंकि इसमें खाने के साथ साथ पानी भी नहीं पिया जा सकता है। इसलिए सहरी से पहले और इफ्तारी खत्म होने के बाद अगर आपको अपने शरीर को हाइड्रेट रखना है तो नारियल पानी, छाछ, नींबू पानी, लस्सी, शिकंजी आदि का सेवन जरूर करना चाहिए। इस दौरान चाय या कॉफी जैसे कैफीन वाले पेय का सेवन ना करें।
रोजे में सहरी के दौरान ज्यादा ऑयली भोजन लेने से बचें, ऐसे फूड लें जिनका जीआई स्कोर काफी कम हो। पूरी, पकोड़े, कबाब आदि का सेवन ना करें, इस दौरान आप हरी सब्जियों को उबाल कर सलाद बनाकर खा सकते हैं। इस दौरान ड्राई फ्रूट्स का सेवन करना अच्छा रहेगा क्योंकि इससे पूरे दिन की ऊर्जा आपको मिल सकेगी। आप इस दौरान कम मीठे फल भी खा सकते हैं। लेकिन इस दौरान भारी और तली भुनी चीजों सेवन करने पर आपका ब्लड शुगर बढ़ सकता है।
अगर शुगर मरीज रोजे रख रहे हैं तो सहरी के दौरान खजूर का सेवन कर सकते हैं। इसका जीआई स्कोर कम होता है और इसे खाने से दिन भर ऊर्जा भी मिलती है। आप सहरी में खजूर का हलवा भी खा सकते हैं।
समय समय पर ब्लड शुगर चैक करने से आप व्रत के दौरान अपनी सेहत की निगरानी कर सकेंगे। इसलिए व्रत उपवास करते समय बीच बीच में अपना ब्लड शुगर चैक करते रहें। अगर इस दौरान आपका ब्लड शुगर बढ़ता है तो बिना देर किए अपने उपवास को खत्म कर देना चाहिए और डॉक्टर से संपर्क करें।