Tofu Benefits: प्रोटीन और कैल्शियम का बेहतरीन सोर्स है टोफू, जानिए इसके फायदे और नुकसान

सोयाबीन के दूध से बनने वाला पनीर यानी टोफू काफी लोकप्रिय है. इसके सेहत को कई फायदे हैं और इसके सेवन से वजन भी कम किया जा सकता है. चलिए जानते हैं इसके फायदे और नुकसान।

Vineeta Vashisth
Vineeta Vashisth
टोफू यानी सोयाबीन के दूध से बना पनीर बिलकुल दूध से बने पनीर की तरह ही पौष्टिक होता है। इसे टोफू के साथ साथ सोया पनीर भी कहते हैं। जो लोग दूध से बने पनीर का सेवन नहीं करते, वो ज्यादातर टोफू का सेवन करते हैं। टोफू में पनीर की ही तरह प्रोटीन के साथ साथ कैल्शियम, आयरन और कई सारे पोषक तत्वों की भरमार है। इसलिए इसे प्रोटीन का बेहतरीन विकल्प बताया गया है। ये सेहत को काफी फायदा करता है, इसके फायदे और नुकसान यहां जानते हैं। साथ ही जानते हैं कि आप कैसे टोफू का सेवन कर सकते हैं।
 
वजन घटाता है टोफू
दूध से बने पनीर की तुलना में अगर टोफू की बात करें तो इसके सेवन से वजन कंट्रोल में रह सकता है। इसमें पाए जाने वाले आइसोफ्लेवोंस  वेट लूज करने में मदद करते हैं। इसके अलावा टोफू खाने के बाद पेट देर तक भरा  रहता है और भूख देर से लगती है जिसकी वजह से व्यक्ति अंट शंट खाने से बचता है।
 
दिल के लिए शानदार है टोफू
टोफू के सेवन से दिल के रोगों का खतरा कम होता है। इसमें भीतर पाए जनाने वाले आइसोफ्लेवोंस ह्रदय रोग की संभावना को कम करते हैं। इसलिए अगर आप डाइट में सप्ताह में एक दिन टोफू खाते हैं तो ये फायदा करेगा। 
 
टोफू में भरपूर प्रोटीन होता है, लेकिन इसके साथ ही इसके अंदर कार्ब्स की मात्रा कम होती है। ऐसे में अगर इसे बिना चीनी के बनाया जाए तो ये मधुमेह से पीड़ित लोगों को फायदा करता है। 
 
टोफू के सेवन से किडनी को भी फायदा मिलता है। हाई प्रोटीन पनीर की तुलना में सोया पनीर कम प्रोटीन वाला पनीर है और इसके सेवन से किडनी पर कम प्रेशर पड़ता है। लेकिन फिर भी किडनी के मरीजों को टोफू के सेवन से पहले एक बार डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
 
लिवर के स्वास्थ्य के लिए अच्चा है टोफू
टोफू का सेवन करने से लिवर मजबूत रह सकता है।  दरअसल टोफू में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट तथा हेपटोप्रोटेक्टिव गुण लिवर को खराब होने की संभावना से बचाते हैं। 
 
हड्डियों के लिए टोफू बड़े काम की चीज है। इसके सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं क्योंकि इसमें ढेर सारा कैल्शियम पाया जाता है।  जो लोग नॉनवेज या दूध का पनीर नहीं खाते , उनके लिए टोफू कैल्श्यिन का एक बड़ा सोर्स बन सकता है। 
 
प्रेग्नेंसी में भी पोषण देता है टोफू
प्रेग्नेंसी में मां को ज्यादा प्रोटीन की जरूरत होती है। अगर मां ज्यादा डेयरी प्रोडट्क्स नहीं खाती है और नॉनवेज भी नहीं खाती तो उसके लिए प्रोटीन की जरूरत टोफू पूरी कर सकता है। 
 
टोफू को खाने के तरीके
 
टोफू को बिलकुल पनीर के जैसे कई तरह से खाया जा सकता है।  इसकी सब्जी बनाकर, सैंडविच में भरकर खा सकते हैं।  इसे हल्का तलकर भी खाया जा सकता है। टोफू का सलाद भी खा सकते हैं और सब्जी मिलाकर इसकी भुर्जी भी शानदार बनती है। आप सूप में भी टोफू डालकर सेवन कर सकते हैं और इसे फ्राई करके मसाला डालकर भी खाया जा सकता है।
 
किन लोगों को टोफू का सेवन करना हो सकता है नुकसानदेय
 
अगर आपको सोयाबीन से एलर्जी है तो आपको टोफू का सेवन नहीं करना चाहिए। टोफू भी सोयाबीन से बनता है और ये आपकी एलर्जी का कारण बन सकता है। डॉक्टर कहते हैं कि ज्यादा उम्र के लोगों को टोफू का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे मेमोरी लॉस्ट का खतरा हो सकता है। टोफू का ज्यादा सेवन करने से ब्लड क्लॉटिंग हो सकती है, इसलिए जिन लोगों को ब्लड क्लॉटिंग की दिक्कत हो, इनको टोफू का सेवन नहीं क रना चाहिए।
प्रेग्नेंसी में भी टोफू का सेवन ज्यादा नहीं करना चाहिए।  ज्यादा टोफू के सेवन से स्पर्म क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। असल में सोया में पाया जाने वाला फाइटोएस्ट्रोजेन नामक एंजाइम यौन क्षमता पर असर डालता है।
calender
11 March 2023, 11:47 AM IST

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