दाल और चावल समेत इन चीजों को पकाने से पहले पानी में भिगोना क्यो है जरूरी, इसके पीछे है ये वजहें

दाल चावल के साथ साथ हम कई सारी चीजों को उपयोग करने से पहले पानी में भिगोकर रखते हैं, इसके पीछे क्या वजह है और इसके शरीर को क्या फायदे मिलते हैं, यहां जानिए।

Vineeta Vashisth
Vineeta Vashisth
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए स्वस्थ आहार की वकालत आयुर्वेद हमेशा ही करता आया है।  आयुर्वेद कहता है कि कुछ चीजों जैसे दाल, चावल और सूखे मेवे आदि को पकाने या सेवन करने से पहले पानी में भिगोकर रखना चाहिए। भारत में खासकर दाल और चावल को पकाने से पहले भिगोकर रखा जाता है. इसी तरह कई और चीजें हैं जो पकाने  या सेवन करने से पहले पानी में भिगोकर रखी जाती है। इसकी वजह भी आयुर्वेद में ही बताई गई है। आयुर्वेद कहता है कि कुछ खाद्य पदार्थों को पानी में भिगोकर कुछ देर रखने से उनके ऊपर के विषैले और हानिकारक तत्व बाहर निकल जाते हैं वहीं कुछ खाद्य पदार्थाों को पानी में भिगोने से उनके पौष्टिक तत्व बढ़ जाते हैं। चलिए आज जानते हैं कि कुछ खाद्य पदार्थों को पकाने या सेवन करने से पहले पानी में भिगोकर रखने के क्या फायदे हैं और इसके पीछे क्या वजह होती है। यहां हम बात दाल चावल की भी बात करेंगे क्योंकि वो हमारे आहार का मुख्य हिस्सा कहलाता है।
 
चावल
चावल की बात करें तो ये भारत में डेली डाइट का हिस्सा है। अधिकांश घरों में चावल रोज बनता है और कई लोगों का दिन तो चावल खाए बगैर पूरा नहीं हो पाता। चावल को पकाने  से पहले कुछ देर भिगोकर रखा जाता है। आयुर्वेद कहता है कि इसके पीछे चावल की कोटिंग में पाए जाने वाले आर्सेनिक का इफेक्ट कम हो जाता है। आपको बता दें कि चावल की रिफाइनिंग और पॉलिशिंग करते वक्त इसमें कई तरह के कैमिकल मिल जाते हैं। इसके अलावा चावल में प्राकृतिक रूप से  आर्सेनिक पाया जाता है जो अगर शरीर में गया तो ह्रदय रोग, शुगर और कैंसर जैसी बीमारी का खतरा कर सकता है। अगर चावल को कुछ देर के लिए भिगो दिया जाए तो ये इस हानिकारक तत्व का इफेक्ट निकल जाता है और चावल के पोषक गुण बढ़ जाते हैं। इसके अलावा चावल को कुछ देर पानी में भिगोकर रखा जाए तो ये अपने अंदर के विटामिन और खनिज को अच्छे से ऑब्जर्ब कर लेता है जिससे इसका पोषण ज्यादा हो जाता है। इसलिए सलाह दी जाती है कि चावल को पकाने से पहले एक घंटा जरूर भिगोकर रखना चाहिए।
 
दाल
दाल को भी पकाने  से पहले कुछ घंटे के लिए भिगोकर ऱखा जाना जरूरी हो जाता है। दरअसल आयुर्वेद में कहा गया है कि अगर दाल कोो भिगोया नहीं गया तो उसमें पाए जाने वाले फाइटिक एसिड और टैनिन पेट में जाकर अपच, अफारा और दर्द  कर सकते हैं। इसलिए दाल को पकाने से पहले एक घंटा इसलिए भिगोया जाता है ताकि ये हानिकारक तत्व बाहर निकल जाएं। इसके अलावा दाल को भिगोकर रखने से ये अपने पोषक तत्वों को अच्छे से अवशोषित कर पाती है औऱ ज्यादा फायदा करती है। इसके अलावा छोले, राजमा, लोबिया आदि को भिगोकर रखने की भी यही वजह है।
 
किशमिश
सूखे मेवों को भी खाने से पहले रात भर पानी में भिगोकर खाने की सलाह दी जाती है। खासकर किशमिश के लिए ये कहा जाता है कि अगर इनको रात भर पानी में भिगोकर रखा जाए तो ये शरीर को ज्यादा फायदा करते हैं। किशमिश की बात करें तो किशमिश में ढेर सारा आयरन और एंटीऑक्सीडेंट पाए  जाते हैं, अगर इन्हें रात भर भिगोया जाए तो किशमिश इन पोषक तत्वों को अच्छे अवशोषित कर लेती है और ज्यादा फायदेमंद हो जाती है। भिगोकर खाने से किशकिश पाचन के लिए ज्यादा आसान हो जाती है और पेट को काफी फायदा करती है। दूसरी खास बात, कहा जाता है कि सूखे मेवों की ऊपरी परत पर सल्फाइड होता है इसलिए इनके सेवन से पहले पानी में भिगोकर रखने  से ये हानिकारिक तत्व सूखे मेवों से अलग हो जाता है और शरीर को ये मेवे काफी फायदा कर पाते हैं। 
 
बादाम
बादाम को रात भर भिगोकर रखे जाने से और उसका छिलका उतार कर खाने से ये ज्यादा पोषण देता है क्योंकि ये अपने पोषक तत्वों को अच्छे से अवशोषित कर पाता है औऱ खासकर इसका छिलका आसानी से नहीं पचता, इसलिए इसके छिलके को उतारने के लिए बादाम को रात भर पानी में भिगोकर रखना जरूरी हो जाता है। कहा जाता है कि बादाम की तासीर इतनी गर्म होती है कि वो कई बार शरीर को नुकसान कर जाती है, इसलिए इसे पानी में भिगोकर इसकी तासीर को ठंडा किया जाता है, ताकि ये शरीर को किसी तरह का नुकसान ना पहुंचा सके।
 
मेथी और खसखस के बीज
आपने देखा होगा कि कुछ बीजों को भी रात भर भिगोने की वकालत की जाती है। अगर मेथी की सब्जी बनानी है तो उसके बीजों को भिगोकर रखने के लिए कहा जाता है। वहीं खसखस के बीजों को भी रात भर भिगोया जाता है। मेथी के बीजों की बात करें तो इसकी ऊपरी परत पर पाया जाने वाला ढेर सारा फाइबर अगर सही से अवशोषित हो जाए तो ये पेट के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है, और इसी के लिए इसे रात भर पानी में भिगोया जाता है। ठीक इसी प्रकार खसखस के बीजों को भी पोषक तत्वों को अवशोषित करने के लिहाज से भिगोकर खाया जाता है।
calender
27 March 2023, 11:07 AM IST

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