Contaminated Water: पानी एक ऐसी चीज है,जिसके बिना ज़िंदा रहे ही नही सकते. देश में प्रदूषण का स्तर काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. देश दूषित पानी की समस्या से कई सालों से जूझ रहा है. बता दें, दूषित पानी से दिल्ली और एनसीआर का इलाका काफी ज्यादा प्रभावित रहता है. जिसकी वजह से इंसान से लेकर जानवर को शरीर की कई सारी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. हर साल कई सारे लोग मारे जाते हैं. रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक लगभग 600 मिलियन लोगों को वॉटर स्ट्रेस का सामना करना पड़ सकता है.
दूषित पानी से क्या-क्या होती परेशानी
दूषित पानी से कई बीमारियां फैलती हैं. जिनमें दस्त, पेचिश, पोलियो और मेनिन्जाइटिस शामिल डायरिया, हैजा, मलेरिया आदि शामिल हैं. इन बीमारियों की वजह से बच्चे, बड़े और बुजुर्ग सभी लोगों को ऐसी समस्या से जूझना पड़ता हैं. पानी से होने वाली बीमारियाँ वायरस और बैक्टीरिया जैसे सूक्ष्म जीवों से भी होती है.
दूषित पानी कैसे होता है
दूषित पानी की लोगों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है. दूषित पानी होने की खास वजह है शहरीकरण, पेड़ो की कटाई, सामाजिक और धार्मिक प्रथाएँ, डिटर्जेंट और उर्वरकों का इस्तेमाल, कृषि अपवाह - कीटनाशकों के इस्तेमाल से पानी ज्यादातर दूषित होता है. जिसके इस्तेमाल से लोगो को बीमारियां अपनी चपेट में ले लेती हैं.
प्रदूषण ना होने के क्या-क्या किए जा रहे काम
दूषित पानी की समस्या को दूर करने के लिए कई तरह से काम किया जा रहा हैं. सरकार की तरफ से कई सारे प्रयास किए जा रहे हैं. दूषित पदार्थों को निकालने के लिए फिल्टर और क्लोरीनेशन की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा दूषित पानी के लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए भी कई प्रयास किए जा रहे हैं First Updated : Thursday, 30 November 2023