Fitness: Hard Exercise को सनक न बनाएं Women Athletes, Pregnancy में आ सकती है परेशानी

महिलाएं एथलीट के रूप में भविष्य जरूर बनाएं लेकिन extreme hard और over exercises को अपनी सनक न बनाएं, क्योंकि ये उनके लिए मातृत्व सुख पाने में बाधक साबित हो सकती हैं।

हाइलाइट

  • Training और health में संतुलन जरूरी

हेल्थ के मामले में एथलीट एक आदर्श के रूप में देखे जाते हैं और एक athlete के सामने सबसे बड़ी चुनौती होती है, उसकी fitness। आज बड़ी संख्या में महिलाएं एथलीट के तौर पर sports में अपना career बनाना चाहती हैं, जिसके लिए उन्हें कठोर व्यायाम भी करने होते हैं। महिलाएं एथलीट के रूप में भविष्य जरूर बनाएं लेकिन extreme hard और over exercises को अपनी सनक न बनाएं, क्योंकि ये उनके लिए मातृत्व सुख पाने में बाधक साबित हो सकती हैं।

Health experts की मानें तो कठोर व्यायाम करके women athletes छरहरा और आकर्षक शरीर तो प्राप्त कर लेती हैं, लेकिन उसकी गर्भधारण की क्षमता घट जाती है। फिटनेस की अत्यधिक चाह महिला एथलीट की प्रजनन क्षमता पर असर डाल सकती है। बांझपन (infertility) की शिकार महिलाओं में से लगभग 18 फीसदी महिलाएं एथलीट हैं।

गड़बड़ा सकता है follicular development 

दरअसल, कई स्टडीज में पाया गया है कि निरंतर कठोर व्यायाम और अभ्यास से महिलाओं में कूपीय विकास (follicular development) गड़बड़ा सकता है, जिसके तहत estrogen और progesterone के स्राव में कमी हो सकती है और अण्डों का उत्सर्ग बंद हो सकता है। जो महिलाएं competitive games से जुड़ी होती हैं, उन्हें गर्भधारण और प्रजनन दर में कमी की आशंका अधिक होती है। ऐसी एथलीट्स को menstrual cycle की परेशानियां हो सकती हैं। उनमें मासिक धर्म के न आने या अनियमित रूप से आने का मतलब है कि एस्ट्रोजन स्राव न होने के कारण उनके शरीर में अण्डों का निर्माण पर्याप्त नहीं हो रहा है। 

Individual games से जुड़ी women athlete को अधिक परेशानी

Belly dancer, runner, wrestler, gymnast, swimmer जैसी वीमन एथलीट के सामने फिटनेस की अधिक चुनौती होती है, जिसके कारण कई बार वे खुद को भूखा रखती हैं। उनके शरीर में वसा का स्तर भी काफी कम होता है। विशेषज्ञों के अनुसार ovulation और pregnancy के लिए शरीर में कम से कम 22 प्रतिशत वसा होना जरूरी है। वहीं महिला एथलीटों में शारीरिक तनाव (physical stress) का लेवल भी काफी हाई होता है और जब वे यूज की गई एनर्जी की पूर्ति के लिए भोजन नहीं करती तो उनका शरीर उपवास की स्थिति में पहुंच जाता है। इससे मस्तिष्क में यह संकेत जाते हैं कि प्रेग्नेंट करने के लिए यह उचित समय नहीं है। ऐसे में reproduction के लिए रिस्पॉन्सिबल हार्मोन सुप्तावस्था में चले जाते हैं। यहां ध्यान देना जरूरी है कि शरीर में estrogen की कमी से osteoporosis और heart attack होने की भी आशंका रहती है। 

Training और health में संतुलन जरूरी 

Fertility प्रभावित न हो इसके लिए women athlete को अपने training, exercise और अपनी physical- mental health में संतुलन रखना चाहिए। जानते हैं, कुछ टिप्स, जिनकी मदद से खेल के साथ-साथ मां बनने के सपने को भी पूरा किया जा सकता है।

  • माहवारी को सही ट्रेक पर रखें: Women athlete को अपनी माहवारियों के समय में होने वाले बदलावों पर ध्यान देना चाहिए। उसे यह नोटिस करना चाहिए कि कहीं periods में हो रहे बदलाव का संबंध ट्रेनिंग शेड्यूल से तो नहीं। कहीं उसे अनियमित माहवारी तो नहीं हो रही। ऐसी स्थिति में शरीर में luteinizing hormone का स्तर जांचना चाहिए।
  • रोजाना की calorie needs को पूरा करें: आपके भोजन में वसा, प्रोटीन सहित सभी पोषक तत्व पर्याप्त होने चाहिए। Fiber foods को भी उतना ही लें, जितना सेवन सुरक्षित है, क्योंकि अधिक मात्रा में रेशेदार भोजन लेने से अण्डों (egg) के निर्माण व उत्सर्ग में बाधा आती है।
  • Body mass index का ध्यान रखें: महिला एथलीट अपने शरीर की लंबाई के अनुपात में वजन मेंटेन करते हुए उपयुक्त बॉडी मास इंडेक्स (BMI) का ध्यान रखें।
  • Egg freezing तकनीक अपनाएं: यदि आपका करियर शिखर पर है और अभी बच्चे नहीं चाहतीं तो एग फ्रीजिंग एक बेहतरीन विकल्प है। करीब 35 साल की आयु पूरी होने से पहले इन एग्स के उपयोग से आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं।
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03 April 2023, 06:15 PM IST

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