दिल और दिमाग, दोनों का रखवाला है तिल का तेल, शुगर की बीमारी में देता है राहत

तिल के तेल विटामिन ई का सबसे बेहतरीन सोर्स है। इसमे टोकोफेरोल नामक एंटी ऑक्सिडेंट पाया जाता है जो शरीर में जाकर फ्री रेडिकल्स को रोकने का काम करता है और इसकी मदद से शरीर को कैंसर कोशिकाओं को रोकने में मदद मिलती है

तिल के साथ साथ उसका तेल भी आयुर्वेद में शरीर के लिए काफी फायदेमंद बताया गया है। तिल के तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्व इतने सारे हैं कि ये शरीर के साथ साथ त्वचा और बालों के लिए भी काफी लाभकारी सिद्ध होता है। तिल का तेल सेहत के साथ साथ किचन की भी शान बढ़ाता है क्योंकि इसे एडिबल ऑयल यानी भोजन पकाने के तेल के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। चलिए आज जानते हैं तिल के तेल के सेहत संबंधी फायदे और तिल के तेल में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

तिल के तेल में मौजूद पोषक तत्व - 

तिल के तेल विटामिन ई का सबसे बेहतरीन सोर्स है। इसमे टोकोफेरोल नामक एंटी ऑक्सिडेंट पाया जाता है जो शरीर में जाकर फ्री रेडिकल्स को रोकने का काम करता है और इसकी मदद से शरीर को कैंसर कोशिकाओं को रोकने में मदद मिलती है। तिल के तेल में ढेर सारी ऊर्जा के साथ साथ विटामिन के भी पाया जाता है। इसके साथ ही इस तेल में फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड, फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड और फैटी एसिड, टोटल पोलीअनसैचुरेटेड भी पाया जाता है जो दिल के लिए काफी अच्छा होता है।

डायबिटीज में करे फायदा 
तिल का तेल डायबिटीज के स्तर को नियंत्रित करता है।  सफेद तिल के तेल में शामिल एंटी ऑक्सिडेंट शुगर के नुकसान के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं और इशके साथ ही तिल के तेल के उपयोग से शुगर मरीज के शरीर में ब्लड शुगर को नियंत्रित किए जाने में मदद मिलती है। 

दिल की सेहत के लिए अच्छा है दिल का तेल
तिल के तेल को दिल की सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। तिल के तेल में मौजूद ओमेगा-3 और ओमेगा-6 के साथ ससाथ ओमेगा-9 के साथ फैटी एसिड भी प्रचुर मात्रा में होता है। देखा जाए तो ओमेगा-3 और ओमेगा-6 पॉलीअनसैचुरेटेड दिल के लिए काफी लाभकारी होते हैं जिससे दिल के खतरे कम हो जाते हैं। इसके अलावा तिल का तेल शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार ट्राईग्लाइसेराइड्स को कम करने में भी कारगर साबित होता है।

डिप्रेशन खत्म करने में कारगर है तिल का तेल
तिल का तेल खासतौर पर दिमागी रिलेक्सेशन के लिए  लाभकारी माना जाता है। इसमें पाए जाने वाले एंटी ऑक्सिडेंट दिमाग को रिलेक्स करते हैं  और डिप्रेशन और तनाव को नियंत्रित करते हैं। तिल के तेल में पाया जाने वाला टायरोसिन नाम का अमीनो एसिड होता है जो दिमाग के स्वास्थ्य को बेहतर करने वाले हार्मोन सेरोटोनिन को बूस्ट करने में हैल्प करता है जिससे स्ट्रेस और डिप्रेशन दूर होता है और दिमाग तेज होता है। 

शरीर के दर्द और सूजन को कम करता है दिल 
तिल के तेल में पाए  जाने वाले एंटी इंफ्लेमेंटरी गुण शरीर के कई तरह के दर्द को दूर करते हैं। जोड़ों के दर्द के साथ साथ दांत दर्द,  मासिक धर्म के दौरान पेट दर्द आदि में इसका उपयोग किया जाता रहा है।

त्वचा को जवां बनाए रखता है तिल का तेल
तिल के तेल में ढेर सारा विटामिन ई पाया जाता है जो त्वचा की देखभाल औऱ पोषण  के लिए बहुत जरूरी माना जाता है। तिल के तेल के सेवन से त्वचा जवां बनी रहती है और इसकी लोच और कसावट बरकरार रहती है। 

एनीमिया दूर करता है तिल का तेल
दिल का तेल शरीर में खून बढ़ाने के लिए भी काम आता है। तिल के तेल में पाए जाने वाले पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड और फेनोलिक फाइटोकेमिकल्स लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन का विकास करते हैं जिससे एनीमिया खत्म होता है और शरीर में खून बढ़ जाता है।

तिल के तेल का उपयोग कैसे कर सकते हैं?
तिल के तेल को हम भोजन पकाने के तेल के रूप में सब्जियों में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा इसका इस्तेमाल सलाद की ड्रेसिंग के रूप में भी किया जाता है। कई जगह इस तेल को सूप में मिलाकर भी उपयोग किया जाता है।

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04 April 2023, 06:32 PM IST

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