Monkeypox: हाल ही में मंकीपॉक्स ने पूरी दुनिया में चिंता बढ़ा दी है. आंकड़े बताते है कि इस वायरस से अब तक लगभग 600 लोगों की मौत हो चुकी है. इस स्थिति को देखते हुए यूनिसेफ ने मंकीपॉक्स के खिलाफ एक प्रभावी टीकाकरण योजना तैयार की है ताकि और लोगों की जान बचाई जा सके.
मंकीपॉक्स एक दुर्लभ लेकिन गंभीर वायरल बीमारी है जो खासकर जानवरों से इंसानों में फैलती है. इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और शरीर पर चकत्ते शामिल हैं. ये चकत्ते आमतौर पर चेहरे, हाथों और पैरों पर होते हैं. मंकीपॉक्स की गंभीरता को देखते हुए इसकी पहचान और इलाज बेहद जरूरी हो गयी है.
मंकीपॉक्स पर यूनीसेफ की तैयारी: क्या आप सुरक्षित हैं?
यूनीसेफ ने मंकीपॉक्स के खिलाफ टीकाकरण की तैयारी शुरू कर दी है. उनका कहना है कि टीका महामारी को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभा सकता है. टीके की उपलब्धता से लोगों को इस बीमारी से बचने का मौका मिलेगा और इसके प्रभाव को कम किया जा सकेगा. इसके अलावा यूनिसेफ ने स्वास्थ्य एजेंसियों और देशों के साथ मिलकर जागरूकता अभियान भी शुरू किया है ताकि लोग इस बीमारी के लक्षणों और बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें और इस बीमारी से बच सके.
1. हाथ धोना
बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोएं, खासकर जब आप बाहर से लौटें
2. सफाई
संक्रमित सतहों और वस्तुओं की सफाई करें
3. स्वास्थ्य मानक
जानवरों के संपर्क में आने से बचें और अगर ऐसा करना पड़े तो सुरक्षा उपायों का पालन करें
4. टीकाकरण
यदि टीका उपलब्ध हो तो समय पर लगवाएं
समय पर सावधानी और सही जानकारी से मंकीपॉक्स के प्रभाव को कम किया जा सकता है. यूनिसेफ की कोशिशें इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं, लेकिन व्यक्तिगत रूप से भी सतर्क रहना जरूरी है. First Updated : Sunday, 01 September 2024