Side Effects of Over Sleeping: नींद हमारी सेहत के लिए जरूरी है, लेकिन बहुत ज्यादा सोना आपको नुकसान पहुंचा सकता है. विशेषज्ञों की माने तो बहुत ज्यादा सोना न केवल हमारे शरीर की सामान्य कार्यप्रणाली को प्रभावित करता है, बल्कि इससे कई गंभीर बीमारियों का जोखिम भी बढ़ जाता है.
लगातार जरूरत से ज्यादा सोने से शरीर में सुस्ती और थकान महसूस हो सकती है. इसके अलावा, यह कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं को भी जन्म दे सकता है. हाल के अध्ययनों से पता चला है कि ज्यादा सोने से मधुमेह, हृदय रोग और यहां तक कि मानसिक विकारों का खतरा बढ़ सकता है.
ज्यादा सोने से शरीर के मेटाबॉलिज्म पर बुरा असर पड़ सकता है, जिससे टाइप 2 मधुमेह होने की संभावना बढ़ जाती है. जब शरीर अधिक समय तक निष्क्रिय रहता है, तो ब्लड शुगर लेवल अनियंत्रित हो सकता है, जिससे मधुमेह का खतरा बढ़ता है.
ज्यादा सोने से हृदय से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है. शोधों में यह बात सामने आई है कि जो लोग रोजाना 9 घंटे या उससे ज्यादा सोते हैं, उनमें हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा उन लोगों के मुकाबले अधिक होता है, जो 7-8 घंटे की नींद लेते हैं. ज्यादा सोने से ब्लड प्रेशर अनियंत्रित हो सकता है, जिससे हृदय की कार्यप्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
ज्यादा सोने से मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है. इससे डिप्रेशन और चिंता जैसी मानसिक समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है. लंबे समय तक सोते रहने से मस्तिष्क की सक्रियता कम हो सकती है, जिससे मूड स्विंग्स और मानसिक थकावट महसूस हो सकती है.
ज्यादा सोने से वजन बढ़ने की संभावना भी बढ़ जाती है. जो लोग ज्यादा सोते हैं, वे शारीरिक रूप से कम सक्रिय होते हैं, जिससे कैलोरी बर्न नहीं हो पाती और मोटापा बढ़ सकता है. मोटापा अपने आप में कई बीमारियों का कारण बनता है, जैसे कि हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और डायबिटीज.
ज्यादा सोने से सिरदर्द और थकान महसूस होना आम बात है. लंबे समय तक सोने से शरीर की सर्कैडियन रिदम यानी जैविक घड़ी में गड़बड़ी हो सकती है, जिससे सिरदर्द और थकान बढ़ जाती है. First Updated : Tuesday, 22 October 2024