आखिर क्यों पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा होती है खून की कमी? जानें वजह

Anemia In Women: महिलाओं में खून की कमी या एनीमिया की समस्या पुरुषों की तुलना में अधिक देखी जाती है. इसका मुख्य कारण महिलाओं के शरीर में होने वाले जैविक बदलाव, मासिक धर्म, गर्भावस्था और पोषण की कमी है. यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे तो गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है.

Shivani Mishra
Shivani Mishra

Anemia In Women: महिलाओं में खून की कमी या एनीमिया की समस्या पुरुषों की तुलना में अधिक देखी जाती है. इसका मुख्य कारण महिलाओं के शरीर में होने वाले जैविक बदलाव, मासिक धर्म, गर्भावस्था और पोषण की कमी है. खून की कमी से न केवल महिलाओं की सेहत प्रभावित होती है, बल्कि यह उनकी कार्यक्षमता और जीवन की गुणवत्ता पर भी असर डालती है. इस स्थिति को समय पर समझने और इलाज करने की जरूरत होती है.

विशेषज्ञों का मानना है कि महिलाओं में खून की कमी के कई कारण होते हैं, जिनमें मुख्यतः आयरन और विटामिन की कमी होती है. यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे तो गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है. इस खबर में हम महिलाओं में खून की कमी के प्रमुख कारणों और इससे निपटने के उपायों पर चर्चा करेंगे.

महिलाओं में खून की कमी के कारण

मासिक धर्म (माहवारी)

मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को हर महीने रक्तस्राव होता है. कुछ महिलाओं में भारी मात्रा में खून का जाना सामान्य होता है, जिसे मेनोरेजिया कहा जाता है. इस कारण से शरीर में आयरन की कमी हो जाती है और खून की मात्रा में गिरावट आ सकती है, जिससे एनीमिया की समस्या उत्पन्न होती है.

गर्भावस्था के दौरान खून की कमी

गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर को शिशु के विकास के लिए अतिरिक्त खून की आवश्यकता होती है. अगर आहार में आयरन और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो तो गर्भवती महिला को एनीमिया हो सकता है. गर्भावस्था के दौरान खून की कमी से शिशु के विकास पर भी बुरा असर पड़ता है.

आहार में पोषक तत्वों की कमी

महिलाओं के आहार में अक्सर आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी12 की कमी होती है, जो खून के निर्माण में मदद करते हैं. शाकाहारी महिलाओं में यह समस्या और भी ज्यादा होती है क्योंकि शाकाहारी आहार में आयरन की मात्रा कम होती है. यह भी महिलाओं में खून की कमी का एक प्रमुख कारण है.

गर्भनिरोधक दवाओं और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का प्रभाव

कुछ गर्भनिरोधक दवाओं और अन्य चिकित्सा स्थितियों जैसे थायरॉइड, किडनी की बीमारियों, या पेट में अल्सर के कारण भी महिलाओं में खून की कमी हो सकती है. ये स्थितियां शरीर की खून बनाने की क्षमता को प्रभावित करती हैं.

उपचार और बचाव के उपाय

आयरन सप्लीमेंट्स का सेवन

महिलाओं को अपने आहार में आयरन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पालक, अनार, सेब, और हरी सब्जियां शामिल करनी चाहिए. डॉक्टर की सलाह पर आयरन सप्लीमेंट्स भी लिए जा सकते हैं, खासकर उन महिलाओं के लिए जो एनीमिया से पीड़ित हैं.

फोलिक एसिड और विटामिन बी12

खून की कमी से बचने के लिए फोलिक एसिड और विटामिन बी12 का भी सेवन जरूरी है. ये पोषक तत्व नई रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करते हैं. विटामिन बी12 युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दूध, दही और अंडे का सेवन फायदेमंद हो सकता है.

स्वस्थ आहार और जीवनशैली

महिलाओं को अपने आहार में संतुलित मात्रा में प्रोटीन, आयरन, और अन्य पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए. इसके अलावा, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, और तनाव से बचने वाली जीवनशैली खून की कमी को रोकने में मददगार साबित होती है.

मासिक धर्म के दौरान विशेष देखभाल

मासिक धर्म के दौरान भारी रक्तस्राव वाली महिलाओं को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. अगर आवश्यक हो तो डॉक्टर हार्मोनल उपचार या आयरन सप्लीमेंट्स की सलाह दे सकते हैं.

चिकित्सकीय सलाह जरूरी

महिलाओं को नियमित स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए, खासकर तब जब वे कमजोरी, थकान, या सांस फूलने जैसी समस्याओं का सामना कर रही हों. सही समय पर चिकित्सकीय सलाह और आवश्यक उपचार से खून की कमी की समस्या को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे महिलाएं स्वस्थ और ऊर्जावान जीवन जी सकती हैं.

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24 October 2024, 11:48 PM IST

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