क्या होता है मेनोपॉज? जिससे महिलाओं की हड्डियां होने लगती हैं कमजोर, जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके
मेनोपॉज का मतलब होता है महिलाओं की उम्र के एक ऐसे दौर से गुजरना जब उनकी मासिक धाराएं यानि पीरियड्स बंद हो जाती हैं. इस समय शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी हो जाती है, जो हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है. इससे हड्डियां और मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और दर्द या ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर समस्याएं बढ़ सकती हैं.आइये जानते है पीरियड्स रुकने से हड्डियों के स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है
Health Tips: पीरियड्स हर महिला के जीवन का हिस्सा है और लगभग सभी महिलाएं इसे अनुभव करती हैं लेकिन जब यह हमेशा के लिए बंद हो जाते हैं, यानी मेनोपॉज आता है तो शरीर में कई महत्वपूर्ण बदलाव होते हैं. इन बदलावों में हॉर्मोनल उतार-चढ़ाव, मूड स्विंग्स, स्किन ड्रायनेस और बाल झड़ने जैसे लक्षण शामिल हैं लेकिन सबसे ज्यादा चिंता का कारण बनता है हड्डियों और मांसपेशियों का कमजोर होना, जो अक्सर महिलाओं में मेनोपॉज के बाद देखा जाता है.
मेनोपॉज के बाद बढ़ जाती हैं हड्डियों की समस्याएं
मेनोपॉज का सामना हर महिला अपनी आधी उम्र के बाद करती है और उस दौरान एस्ट्रोजन हॉर्मोन का स्तर काफी घट जाता है. एस्ट्रोजन हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है, और जब इसकी कमी होती है, तो हड्डियों में खोखलापन और कमजोरी आ सकती है. इस स्थिति को ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) कहते हैं. ऑस्टियोपोरोसिस से आपकी हड्डियां इतनी कमजोर हो जाती हैं कि छोटी सी चोट लगने पर भी फ्रैक्चर हो सकता है. इसके अलावा, हड्डियों में दर्द और कमजोरी की स्थिति को ऑस्टेओपेनिआ (Osteopenia) कहा जाता है, जो ऑस्टियोपोरोसिस से पहले की स्थिति होती है. इस स्थिति में हड्डियों का खोखलापन शुरू हो जाता है जिससे फ्रैक्चर का रिस्क काफी बढ़ जाता है.
कारण :
1. एस्ट्रोजन की कमी:
मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन का स्तर काफी कम हो जाता है, जो हड्डियों को कमजोर करता है.
2. कम कैल्शियम और विटामिन डी:
यदि डाइट में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी हो, तो हड्डियां कमजोर हो जाती हैं.
3. कम फिजिकल एक्टिविटी:
अगर आप कम एक्टिव हैं और एक्सरसाइज नहीं करतीं, तो हड्डियों की मजबूती घट सकती है.
4. वजन और फैट:
ज्यादा वजन और शरीर में अधिक फैट भी हड्डियों की सेहत को प्रभावित कर सकते हैं.
5. धूप की कमी:
विटामिन डी के लिए धूप जरूरी है, और धूप की कमी से हड्डियों में कमजोरी बढ़ सकती है.
बचाव और इलाज:
1. फिजिकल एक्टिविटी:
नियमित रूप से वॉक, जॉगिंग या योगा करें .
2. संतुलित डाइट:
कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे दूध, दही और हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं.
3. वज़न नियंत्रण:
अपने वजन को नियंत्रित रखें और शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करें.
4. धूप में समय बिताएं:
प्रतिदिन कुछ समय धूप में बिताएं ताकि विटामिन डी प्राप्त हो सके.
5. नियमित चेकअप:
हड्डियों की सेहत पर नजर रखने के लिए नियमित चेकअप कराएं.
6. दवाइयां और सप्लीमेंट्स:
डॉक्टर के सुझाव पर कैल्शियम, विटामिन डी, और अन्य दवाइयां लें.
इसके अलावा मेनोपॉज के समय हड्डियों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है. इसके लिए आप संतुलित आहार का सेवन करें, नियमित एक्सरसाइज करें और डॉक्टर की सलाह समय समय पर लेते रहें,ऐसा कारण से आप अपनी हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ रख सकती हैं.