अमरनाथ यात्रा : सुरक्षा के मद्देनजर 100 से अधिक खोजी कुत्ते को किया गया तैनात
इस साल तीर्थयात्रा के लिए बड़ी संख्या में अमरनाथ की पवित्र गुफा के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित और सुगम यात्रा के लिए सुरक्षा के असाधारण इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा को और पुख्ता बनाने के लिए आधुनिक तकनीक का सहारा लिया गया है.बताया जा रहा है कि इस पहले ऐसी सुरक्षा व्यवस्था का इस्तेमाल नही हुआ है.प्रशासन की ओर से सुरक्षा के मद्देनजर 130 खोजी कुत्ते को तैनात किया गया है।यह कदम आतंकवादियों से खतरे को देखते हुए उठाई गई है।
जम्मू-कश्मीर। इस साल तीर्थयात्रा के लिए बड़ी संख्या में अमरनाथ की पवित्र गुफा के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित और सुगम यात्रा के लिए सुरक्षा के असाधारण इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा को और पुख्ता बनाने के लिए आधुनिक तकनीक का सहारा लिया गया है.बताया जा रहा है कि इस पहले ऐसी सुरक्षा व्यवस्था का इस्तेमाल नही हुआ है.प्रशासन की ओर से सुरक्षा के मद्देनजर 130 खोजी कुत्ते को तैनात किया गया है।यह कदम आतंकवादियों से खतरे को देखते हुए उठाई गई है।
हिमालय के तीर्थस्थल की 43 दिवसीय तीर्थयात्रा 30 जून को दो मार्गों से शुरू होने वाली है - दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर की नूनवान और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर छोटी बालटाल - COVID महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद यह यात्रा दुबारा से शुरु की जा रही है.
इस सप्ताह की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल, मनोज सिन्हा ने श्रीनगर में एकीकृत कमान की बैठक में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था और तैयारियों की समीक्षा की।
बताया जा रहा है कि इस तीर्थ यात्रा में लगभग तीन लाख तीर्थयात्रियों के भाग लेने की संभावना है,जो कि 30 जून से 11 अगस्त के बीच 43 दिनों तक चलने वाली है। कहा जाता है कि अमरनाथ तीर्थ, हिमालय के ऊपरी भाग में स्थित भगवान शिव के 3,880 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर में स्थित है।