निवर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने पद छोड़ने की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित किया। 76 वर्षीय कोविंद ने 24 जून को अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। वह दलित समुदाय के दूसरे व्यक्ति हैं और उत्तर प्रदेश के पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने भारत के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया है। उनके पहले प्रणब मुखर्जी थे और उनकी जगह निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लेंगी।
राष्ट्रपति ने कहा, "जब अपने छोटे से गांव में एक बालक के तौर पर मैं अपने भविष्य को समझने की कोशिश कर रहा था, तब आजादी मिले कुछ ही समय हुआ था। मुझे उम्मीद थी कि मैं भी राष्ट्र निर्माण में कुछ योगदान करुंगा। यह भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि इसमें नागरिकों के लिए दरवाजे खुले हैं कि वह कुछ भी कर सकते हैं। हमारे पूर्वजों और हमारे आधुनिक राष्ट्र-निर्माताओं ने अपने कठिन परिश्रम और सेवा भावना के द्वारा न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुता के आदर्शों को चरितार्थ किया था। हमें केवल उनके पदचिह्नों पर चलना है और आगे बढ़ते रहना है।"
उन्होंने कहा, "हमारे पूर्वजों और हमारे आधुनिक राष्ट्र के निर्माताओं ने अपनी कड़ी मेहनत और सेवा की भावना के माध्यम से न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के आदर्शों को महसूस किया। हमें बस उनके नक्शेकदम पर चलना है और आगे बढ़ते रहना है। अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान मैंने अपनी पूरी क्षमता से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है। मैं डॉ राजेंद्र प्रसाद, डॉ एस राधाकृष्णन और डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जैसी महान हस्तियों के उत्तराधिकारी होने के बारे में बहुत जागरूक रहा हूं।" First Updated : Sunday, 24 July 2022