राज्यसभा चुनाव से पहले खरीद-फरोख्त की आशंकाओं के बीच रिजॉर्ट की राजनीति शुरू
राज्यसभा चुनाव के लिए केवल एक दिन शेष है, भारत भर के राजनीतिक दलों ने अपने विधायकों को 'खरीद-फरोख्त' के प्रयासों से सुरक्षित रखने के लिए कमर कस ली है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस समेत कई पार्टियों ने अपने विधायकों को अवैध शिकार से बचाने के लिए राजनीति का सहारा लिया है।
नई दिल्ली। राज्यसभा चुनाव के लिए केवल एक दिन शेष है, भारत भर के राजनीतिक दलों ने अपने विधायकों को 'खरीद-फरोख्त' के प्रयासों से सुरक्षित रखने के लिए कमर कस ली है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस समेत कई पार्टियों ने अपने विधायकों को अवैध शिकार से बचाने के लिए राजनीति का सहारा लिया है।
इसी ट्रेंड को देखते हुए, हरियाणा में भाजपा-जननायक जनता पार्टी (JJP) गठबंधन ने अपने विधायकों को चंडीगढ़ के एक रिसॉर्ट में स्थानांतरित कर दिया है। दोनों दलों ने कहा है कि राज्यसभा चुनाव के लिए गठबंधन की रणनीति पर चर्चा करने के लिए विधायकों को बुलाया गया है।
इसी तरह, कांग्रेस ने भी अपने विधायकों को चंडीगढ़ के एक रिसॉर्ट में स्थानांतरित कर दिया है। विशेष रूप से, राजस्थान और महाराष्ट्र में रिसॉर्ट की राजनीति राज्यसभा से पहले शुरू हुई, जब भाजपा, कांग्रेस और शिवसेना ने अवैध शिकार की आशंकाओं के बीच अपने विधायकों को होटलों में स्थानांतरित कर दिया। 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) की 57 सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव 10 जून को होंगे।