नई दिल्ली: बीजेपी ने प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े मामले में बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ममता सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि पार्थ चटर्जी के करीबी अर्पिता मुखर्जी के से 50 करोड़ रूपए अलग अलग छापे के दौरान पाए गए हैं। लेखी ने आरोप लगाया कि जहां गैर कानूनी संपत्ति का खजाना निकला हो उस ममाले में ममता बनर्जी और सरकार चुप की चुप बैठी हुई है। उन्होंने ने बताया कि शारदा चिटफंड, कोयला घोटाला, आदि में भी सरकार पहले से संलिप्त पाए गए हैं। और कहा जब अर्पिता जैसी महिला के करोड़ों का खजाना निकल सकता है तो और लोगों के पास की स्थिति क्या होगी उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रवर्तन निदेशालय को गहनता से जांच करनी चाहिए। गौरतलब हो कि 5 दिन पुर्व प्रवर्तन निदेशालय ने अर्पिता के फ्लैट से 21 करोड़ कैश और तमाम कीमती सामान मिले थे। जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने अर्पिता को 23 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया था।
शिक्षक भर्ती घोटाले में मनी ट्रेल की जांच कर रही ईडी ने पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य से भी पूछताछ की है। राज्य में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्यपाल ला गणेशन से राजभवन में मुलाकात कर चटर्जी को कैबिनेट से बाहर करने की मांग की है। मीनाक्षी लेखी ने अपने साझा कॉन्फ्रेंस में प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा दिल्ली सरकार में मंत्री रहे सत्येंद्र जैन के 4 करोड़ से अधिक अवैध संपत्ति के मामले में भी हमला बोला और कोर्ट की टिप्पणी को भी जोड़ते हुए कहा कि इस मामले में भी दिल्ली सरकार चुप बैठी है। गौरतलब हो दिल्ली सरकार में मंत्री और आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक सत्येंद्र जैन और उनकी कंपनी सहित कई अन्य आरोपियों से संबंधित दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले की शुरुआती जांच के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली स्थित राउज एवेन्यू कोर्ट में बुधवार 27 जुलाई को आरोपपत्र दाखिल कर दिया है। इस आरोप पत्र पर कोर्ट 29 जुलाई को संज्ञान लेगी। First Updated : Thursday, 28 July 2022