BJP Meeting: भाजपा संसदीय दल की बैठक जारी, पीएम मोदी-जेपी नड्डा भी मौजूद
अदानी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर संसद में हंगामा शांत नहीं हो रहा है। वहीं विपक्षी दलों के हंगामे की वजह से इस मुद्दे पर लगातार तीसरे दिन भी संसद ठप रही। बता दें कि दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को बजट सत्र की कार्यवाही शुरू हुई, मगर दोनों सदनों में कोई कामकाज नहीं हो पाया
अदानी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर संसद में हंगामा शांत नहीं हो रहा है। वहीं विपक्षी दलों के हंगामे की वजह से इस मुद्दे पर लगातार तीसरे दिन भी संसद ठप रही। बता दें कि दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को बजट सत्र की कार्यवाही शुरू हुई, मगर दोनों सदनों में कोई कामकाज नहीं हो पाया।
#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा संसदीय दल की बैठक के लिए संसद पहुंचे। pic.twitter.com/XfzYPHIV0G
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 7, 2023
भाजपा संसदीय दल की बैठक -
बता दें कि संसद सत्र शुरू होने से पूर्व दिल्ली में भाजपा संसदीय दल की बैठक हो रही है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में ये बैठक हो रही है। वहीं इस बैठक में शामिल होने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, डॉ. भागवत कराड, अर्जुन राम मेघवाल, अश्विनी वैष्णव, डॉ. एस जयशंकर और वी. मुरलीधरन के अलावा कई अन्य नेता शामिल हैं।
- बता दें कि कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने अदानी मुद्दे पर विस्तृत चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया।
- वहीं बीआरएस सांसद के केशव राव ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया।
- कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने एसबीआई, एलआईसी द्वारा निवेश में कथित धोखाधड़ी के मुद्दे पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नोटिस दिया।
दिल्ली: भाजपा संसदीय दल की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने यूनियन बजट 2023 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। pic.twitter.com/vO04r5nix3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 7, 2023
संसद के बाहर भी विरोध प्रदर्शन जारी -
बता दें कि विपक्षी दल अदानी मामले में जेपीसी जांच की मांग कर रहा है। इसे लेकर केवल संसद के अंदर ही नहीं, बल्कि संसद के बाहर भी प्रदर्शन हो रहा है। वहीं सोमवार को कांग्रेस ने अदानी समूह को कर्ज देने वाले एसबीआई और एलआईसी के कार्यालयों के सामने देशभर में विरोध प्रदर्शन कर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की।