Budget 2023: बजट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि हमने MSME को राहत दी
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार यानी 1 फरवरी को संसद में देश का आम बजट पेश किया है। बजट के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हमने MSME को राहत दी है। आगे उन्होंने कहा कि कृषि ऋण के लिए 20 लाख रुपए उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
Budget 2023: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार यानी 1 फरवरी को संसद में देश का आम बजट पेश किया है। बजट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमने MSME को राहत दी है। आगे उन्होंने कहा कि कृषि ऋण के लिए 20 लाख रुपए उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
साथ ही उन्होंने आगे कहा कि पीएम मत्स्य संपदा योजना के तहत एक उप-योजना यह सुनिश्चित करती है कि तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोग इससे लाभान्वित होने जा रहे हैं। बजट में महिला सशक्तिकरण,पर्यटन पर जोर दिया गया। हम फिनटेक, औद्योगीकरण,डिजिटल अर्थव्यवस्था को भारत की डिजिटल शक्ति के रूप में देख रहे हैं।कृषि ऋण में काफी वृद्धि हुई है, व्यक्तिगत आय कर सुनिश्चित करना जिसमें बदलाव देखा गया है और यह लंबे समय बाद हुआ है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि परियोजनाएं चल रही हैं और धन का उपयोग हो रहा है, जो बजट विवरण से आ रहा है। व्यक्ति के बिना परियोजनाएँ कैसे पूरी हो सकती हैं। मानव हस्तक्षेप के बिना 1 प्रतिशत परियोजना भी पूरा नहीं किया जा सकता है। तो जाहिर तौर पर जमीन पर नौकरियां मिल रही हैं। बजट, पूंजी निवेश को एक बड़ा कदम देता है, यह MSME में भी शामिल होता है क्योंकि वे विकास के इंजन हैं। यह पूंजी निवेश को बनाए रखता है और निजी क्षेत्र को भी आगे बढ़ाता है जबकि व्यक्तियों और मध्यम वर्ग को कर राहत भी देता है।
कृषि ऋण के लिए 20 लाख रुपए उपलब्ध कराए जा रहे हैं। साथ ही, पीएम मत्स्य संपदा योजना के तहत एक उप-योजना यह सुनिश्चित करती है कि तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोग इससे लाभान्वित होने जा रहे हैं: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण pic.twitter.com/uid8VPj02m
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 1, 2023
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने गेहूं को बाजार में उतारने का फैसला किया है, जिससे गेहूं के दाम नीचे आएंगे। बजट से पहले ही हमने गेहूं की कीमतों को कम करने के लिए कार्रवाई की थी। आपने महंगाई को नीचे आते देखा है, सीपीआई और डब्ल्यूपीआई दोनों। सरकार द्वारा कार्रवाई की गई है, हम मुद्रास्फीति से संबंधित कदम तब उठाते हैं जब चीजें जमीन पर होती हैं और इसके जवाब में और इसका परिणाम सामने आया है। हम 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहे हैं।