भारतीय रेलवे ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए लगातार नए-नए कदम उठा रहा है। रेलवे का पूरा ध्यान यात्री को अच्छी सुविधा देना है, जिससे उन्हें यात्रा करने में किसी भी तरह की परेशानी ना हो। इसके लिए रेलवे यात्रियों की दी जाने वाली सेवाओं का विस्तार कर रहा है। आपको बता दें कि रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाएं हैं। इसके अलावा ट्रेनों की स्पीड और कोच की डिजाइन में बदलाव किए है। रेलवे ने वर्षों पुरानी पटरियों में आगामी 50 सालों के हिसाब से बदलाव किए हैं।
वहीं अब भारतीय रेलवे ने ट्रेनों और स्टेशन पर यात्रियों को पर्याप्त चिकित्सा सुविधा देने की घोषणा की है। इससे पहले ट्रेनों में सिर्फ प्राथमिक उपचार की सुविधा ही उपलब्ध थी। देश के सर्वोच्च न्यायाल के आदेश दिल्ली एम्स के डॉक्टरों के एक ग्रुप अनुशंसा के बाद रेलवे ने यह फैसला लिया है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने रेलवे स्टेशनों एवं गाड़ियों में चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की आवश्यकता और उसके विस्तार की जांच की थी और कमियों को दूर करने का निर्देश दिया था।
समिति की रिपोर्ट के बाद भारतीय रेल मंत्रालय ने सभी रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में यात्री को दवाएं, चिकित्सा उपकरणों और ऑक्सीजन सिलेंडरों के साथ एक मेडिकल बॉक्स उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। आपको बता दें कि रेलवे फ्रंट लाइन कर्मचारी टिकट परीक्षक, गार्ड, अधीक्षक व स्टेशन मास्टर को चिकित्सा के लिए स्पेशल ट्रेनिंग दे रहा है। समय-समय पर यह ट्रेनिंग दोहराई जाएगी। रेलवे ने इसके साथ ही सभी रेलवे स्टेशन के आस के हॉस्पिटल और डॉक्टरों को एक नंबर जारी करने का निर्देश दिया है, जिससे जरूरत पड़ने पर मरीज को अस्पताल पहुंचाया जा सके। जब भी कभी इस तरह की परिस्थिति आती है तो मरीज को रेलवे, राज्य एवं केंद्र सरकारों, प्राइवेट हॉस्पिटल एवं एंबुलेंस सेवा का उपयोग किया जाता है। First Updated : Saturday, 11 February 2023