रिपोर्ट- प्रमोद मल्ल (नागालैंड)
नागालैंड : जेडीयू नेता और बिहार के सीएम नीतीश कुमार नागालैंड के दीमापुर पहुंचे। यहां पहुंचकर नीतीश कुमार ने लोकनायक की जयंती को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया। बता दे, नागालैंड में जेपी जयंती के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शाम को सीएम पटना लौटेंगे। इस सम्मेलन का आयोजन बिहारी समाज, भोजपुरी समाज, बिहारी कल्याण समिति, मैत्री फाउंडेशन, नागालैंड और जेडीयू की नागालैंड इकाई की ओर से संयुक्त रूप से लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 120 वीं जयंती के उपलक्ष्य में किया गया। जहां बिहार से सीएम नीतीश कुमार के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और जेडीयू के कई अन्य नेता भी शिरकत की।
जेडीयू ने आज नागालैंड और पटना में एक-एक कार्यक्रम किया। दोनों कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपस्थित रहें। आज ही इन दोनों कार्यक्रम में शामिल होकर नीतीश ये संदेश दिया कि वही जेपी के असली अनुयायी हैं और उनके नक्शे कदम पर चलकर उन्होंने बिहार में काम किया है नीतीश कुमार और ललन सिंह का नागालैंड में जेपी का जयंती मनाना आने वाले चुनाव के मद्देनजर देखा जा रहा है। हालांकि अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में जेडीयू के टूटने के बाद नीतीश कुमार का यह पहला दौरा होगा। साल 2023 में नागालैंड में विधानसभा चुनाव होना है। पिछली बार नागालैंड में जेडीयू ने एक सीट जीती थी, हालांकि बाद में जेडीयू के विधायक ने अपना पाला बदल लिया था।
आपके बता दें कि अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और नागालैंड में जेडीयू का बेहतर प्रदर्शन रहा है। इस बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेपी के कर्म क्षेत्र नागालैंड में ही उनकी जयंती मनाई। दरअसल जब नागालैंड अशांत था तब जेपी ने नागालैंड जाकर वहां सीजफायर करवाया था बाद में तीन साल तक जेपी नागालैंड में रहे भी थे। इस दौरान जेपी ने नागालैंड के सैकड़ों गावों का दौरा किया और लोगों को शांति का पाठ पढ़ाया।
आज नागालैंड के घर-घर में जेपी पूजे जाते हैं। यही वजह है कि नीतीश कुमार जेपी जयंती के बहाने नागालैंड की धरती पर पहुंचकर वहां के लोगों का और ज्यादा समर्थन हासिल करना चाहते हैं। आपको बता दें कि नागालैंड में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। राजनीतिक जानकार नीतीश कुमार के इस दौरे को सियासी चश्में से देख रहे हैं। First Updated : Tuesday, 11 October 2022