नई दिल्ली। पेगासस जासूसी कांड में कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद भाजपा ने कांग्रेस और राहुल गांधी से माफ़ी मांगने को कहा है। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने प्रेस वार्ता कर कहा कि कांग्रेस को जासूसी कांड को लेकर उपदेश नहीं देना चाहिए। इससे पहले पेगासस जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि उसे स्पाईवेयर के इस्तेमाल के पुख़्ता सबूत नहीं मिले हैं।
कमेटी ने सर्वोच्च न्यायालय को बताया है कि उसे लोगों की तरफ से कुल 29 फोन दिए गए थे। जिसमे 5 में मालवेयर होने का अंदेशा पाया गया लेकिन यह तय नहीं हो पाया कि यह पेगासस ही है। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में साइबर सुरक्षा को लेकर सर्वोच्च न्यायालय को सिफ़ारिशें भी सौंपी हैं।
रवि शंकर ने समिति की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सवाल किया कि कांग्रेस ने पर इतना बड़ा हंगामा खड़ा किया गया। उन्होंने इस मुद्दे पर कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ लगातार दुष्प्रचार किया। प्रसाद ने कहा कि पेगासस विवाद के दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर देशद्रोह जैसे आरोप लगाए थे और दावा किया था कि पेगासस के जरिए वह अपने सहयोगियों और विपक्षी नेताओं की जासूसी करवा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उस वक्त प्रधानमंत्री पर लोकतंत्र की हत्या करने जैसे आरोप लगाए गए थे। उन्होंने राफेल लड़ाकू विमान की खरीद और सेंट्रल विस्टा परियोजना के खिलाफ चलाए गए कथित अभियान का उदाहरण दिया और कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी इनमें कोई अनियमितता नहीं पाई थी। उन्होंने एक आरटीआई का हवाला देते हुए कहा कि 2013 में एक आरटीआई से यह खुलासा हुआ था कि यूपीए सरकार अपने कार्यकाल में हर महीने 9 हजार फोन और 500 ईमेल खाते की निगरानी किया करती थी।
प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी को यह समझना चाहिए कि लोकतंत्र लोकलाज से चलता है और झूठ की खेती बहुत दिन नहीं चलती है। ये झूठ का सहारा लेकर पार्टी का विस्तार करने की कोशिश करते हैं। लेकिन सच सामने आते ही कांग्रेस पार्टी खामोश हो जाती है। First Updated : Thursday, 25 August 2022